Jodhpur/Alive News: बादलो की आवाजाही कम होने की वजह से प्रदेश के ज्यादातर हिस्सों में तापमान 35 डिग्री पार कर चूका है। वहीँ चूरू में तापमान 40 डिग्री पहुँच गया है जिसकी वजह से हवा की नमी गिरकर60 फीसदी पर आ गयी है ऐसे में उमस का असर भी काफी ज्यादा काम हो गया है मौसम विभाग का कहना है कि सितम्बर के दूसरे सप्ताह में बारिश के काम होने के असर हैं। वही मौसम विभाग का अनुमान है कि इन दिनों अच्छी बारिश होने के भी आसार हैं
सूर्यनगरी में शुक्रवार को न्यूनतम तापमान 26.3 डिग्री रहा। सुबह हवा में 62 फीसदी नमी होने से मौसम सुहाना रहा। दिन चढऩे के साथ धूप निकली। आसमां अधिकतर साफ होने से दिनभर धूप निकली रही। दोपहर में तापमान 36 डिग्री पहुंचा जो लम्बे समय बाद रिकॉर्ड किया गया। इस दौरान हवा में नमी भी 43 प्रतिशत रही। इससे उमस नहीं रही। जिले के ग्रामीण हिस्सों में भी तापमान में बढ़ोतरी दर्ज की गई। फलोदी में पारा 37.4 डिग्री रहा। मौसम विभाग के अनुसार मानसून की सक्रियता नहीं होने से तापमान सामान्य से अधिक रहने की संभावना है।
बता दें कि प्रदेश में 86 साल बाद अगस्त में सबसे कम बरसात हुई है। इस साल अगस्त महीने में केवल 30.9 मिलीमीटर बारिश दर्ज की गई जबकि राजस्थान में अगस्त महीने में बरसात का सामान्य औसत 155.7 मिलीमीटर है। करीब 80 प्रतिशत कम बरसात हुई है। इससे पहले वर्ष 1937 में 27.4 मिलीमीटर बारिश दर्ज की गई थी। सर्वाधिक सूखा 1905 के अगस्त में रहा, जब केवल 15.2 मिमी पानी ही बरसा। इस साल प्रदेश में भरतपुर, धौलपुर, दौसा और करौली जैसे जिलों को छोड़कर अधिकांश जिलों में केवल बूंदाबांदी ही हो सकी। मौसम विभाग के अनुसार सितंबर महीने में भी मानसून की बारिश के कोई खास असर नहीं है लेकिन अगर सिस्टम मिल जाता है तो कुछ बारिश जरूर होगी। इससे किसानों को राहत मिल सकती है।