Palwal/Alive News: सिविल सर्जन डा. ब्रह्मदीप ने बताया कि बारिश के कारण अभी वायरल बुखार के मामले आ रहे है, जिसमे सभी मरीजो के मलेरिया व डेंगू के लिए सैंपल लिए जा रहे है और अब तक जिले मे 139 सैंपल देंगे की जांच के लिए लिए गए है। जिनमे 6 मामले जिला पलवल के सामने आए है। दो मामले दूसरे जिलो से है, जिनमे एक फरीदाबाद जिले का और दूसरा केस मेवात जिले का है। जिला पलवल के सभी डेंगू पाए जाने वाले मामले बिल्कुल स्वस्थ है और सभी मरीजो के घरो में व आस-पास फोगिंग व फेवर मास का सर्वे करवाया जा चुका है।
प्रतिदिन लगभग 25-30 मरीजो की जांच जिला अस्पताल पलवल मे की जा रही है। इसके साथ कोविड-19 की बीमारी की जांच के लिए भी प्रतिदिन सैंपल लिए जा रहे है और बीमारियों के प्रति जिले मे मलेरिया व डेंगू के बचाव के लिए और समुदाय मे लोगो को जागरूक करने के लिए स्वास्थ्य विभाग की टीम घर-घर जाकर मच्छर के लार्वा की जांच कर रही है। उन्होंने बताया कि स्वास्थ्य विभाग की टीम लोगो को सामजिक दूरी व मास्क का प्रयोग करने के लिए बार-बार प्रेरित कर रही है और बुखार आने पर मलेरिया, डेंगू व कोविड- 19 की जांच के लिए लोगो को जागरूक कर रही है।
इसके साथ-साथ सभी टीम बुखार के सभी मरीजो की मलेरिया की जांच कर रही है। उन्होंने यह भी बताया कि स्वास्थ्य विभाग टीमों ने अब तक जिले के घरों में मलेरिया व डेंगू का लार्वा पाया जाने पर 4616 हिदायत संबंधी नोटिस दिए है। बारिश होने के बाद मच्छरो से फैलने वाली बीमारियों का प्रकोप बढ़ जाता है क्योकि बारिश का पानी जहां भी जमा हो जाता है। वहां पर मलेरिया व डेंगू फैलाने वाले मच्छर अंडे देना शुरू कर देते है, जिससे मच्छरों की ज्यादा बढ़ोतरी हो जाती है और बीमारी फैलने की आशंका भी बढ़ जाती है।
इसलिए समुदाय में लोग अपने घरो व दफ्तरों के आस-पास पानी एकत्रित न होने दे, अगर पानी के निकास की सुविधा न हो तो उसमे काला तेल डाल दे, जिससे मच्छर के लार्वा व अंडे समाप्त हो जाए। जिला प्रभारी ने सभी आम जन से सप्ताह में प्रत्येक रविवार को समुदाय में ड्राई डे मनाने के लिए अपील की है। जिसके दौरान घरो मे रखे कूलर व छतो पर रखी टंकियो को रगडक़र साफ करे व पीने के पानी को ढक कर रखे व फ्रिज की ट्रे को सप्ताह में एक बार जरूर साफ करे अगर साफ करना संभव न हो तोह उसमे सरसों का तेल व एक ढक्कन पेट्रोल भी डाल सकते है जिससे बीमारी फै लाने वाले मच्छर का लार्वा मर जाए।
उन्होंने बताया कि वर्ष 2020 की तुलना में मलेरिया व डेंगू के मामलो में काफी कमी आई है। इसके लिए स्वस्थ्य विभाग की टीम घर घर जाकर पानी के स्त्रोतों की लगातार जांच कर रही है जिसमे अब तक लोगो जागरूक करने के साथ साथ बुखार आने पर कोविड-19 की जांच करवाने के लिए प्रेरित कर रही है। पलवल के सभी डेंगू संभावित क्षेत्रो मे स्वास्थ्य विभाग की टीमो के द्वारा कोविड-19 को ध्यान मे रखते हुए सभी टीम बखूबी अपना कार्य कर रही है। जिला पलवल मे अर्बन मलेरिया विभाग कि टीम डेंगू व मलेरिया के बचाव के लिए लगातार कार्य कर रही है।
उन्होंने बताया कि जिले में 15 सितम्बर 2021 तक 100039 रक्त के नमूने लिए जा चुके, जिनमे केवल होडल ब्लाक से केवल दो मलेरिया के मरीज निकले है और एक मरीज जिला मेवात से जांच होकर हथीन ब्लाक के मठेपुर गाँव से पाया गया है जो 7 महीने की गर्भवती महिला है जिसका इलाज किया जा चूका है बिलकुल ठीक है। अब तक 2021 मे डेंगू के 6 मामले सामने आये है जिनका इलाज हो चुका है जो अब ठीक है, फिर भी जिला पलवल का स्वास्थ्य विभाग डेंगू को लेकर पूरी तरह से मुस्तैदी के साथ अपने कार्य मे लगा हुआ है। अब तक जिला पलवल मे डेंगू के लार्वा की जांच के लिए पिछले महीने तक 331743 से ज्यादा घरो मे जांच हो चुकी है जिसमें घरो के कूलर, टंकी, हौदियो, फ्रिज की जांच की जा चुकी है।
जिले में अब तक जिन घरो मे लार्वा मिला है उनको साफ सफाई सम्बन्धी लार्वा को हटाने के लिए चेतावनी देते हुए 4616 घरो मे नोटिस दिये जा चुके और अगर भविष्य मे इन घरो मे दोबारा लार्वा मिलता है या पाया जाता है तो इनका चालान भी किया जा सकता है। तालाब व गंदे नाले है उनकी सफाई के लिए नगर परिषद् भी कार्य कर रहा है। जिले मे डेंगू संभावित क्षेत्रो की सूची तैयार कर ली गई है जिनमे स्वस्थ्य विभाग की टीमो द्वारा एंटी लार्वा संबंधित जरूरी एक्टिविटीज करवाई जा रही जिसके तहत एक सघन कार्यक्रम चलाया जा रहा है।