New Delhi/Alive News: रेलवे में जल्द ही ओटीपी आधारित डिजिटल लॉकिंग सिस्टम शुरू किया जाएगा, ताकि माल और पार्सल ट्रेनों में चोरी की घटनाओं से बचा जा सके। इस सिस्टम का इस्तेमाल आमतौर पर ट्रकों द्वारा किया जाता है। ट्रकों में एक स्मार्ट लॉक दिया जाता है, जो जीपीएस के लिए सक्षम होता है। यह चोरी को कम करने के लिए वाहन में लाइव ट्रैकिंग की अनुमति देता है।
अधिकारियों ने कहा कि यह सिस्टम पूरी तरह से सुरक्षित ओटीपी पर आधारित होगा, जिसका इस्तेमाल खुली और बंद दोनों ट्रेनों के लिए किया जाएगा। जानकारी के मुताबिक यात्रा के दौरान सामान एक्सेस नहीं होगा। इसे ओटीपी के जरिए ही खोला जाएगा और बीच में बिना किसी के हस्तक्षेप किए दूसरे द्वारा बंद कर दिया जाएगा। अभी तक हम मालगाड़ियों को सील करते हैं और हर स्टेशन पर यह सुनिश्चित करते हैं कि सील खुली तो नहीं है। यह (ओटीपी आधारित लॉक सिस्टम) चलती ट्रेनों में बहुत सारी समस्याओं को कम करेगा।
उन्होंने कहा कि प्रत्येक स्टेशन पर एक रेलवे कर्मियों को ओटीपी प्राप्त होगा कि लोडिंग या अनलोडिंग की जानी है, ताकि यह सुनिश्चित किया जा सके कि सिस्टम सुचारू रूप से चले। प्रक्रिया के बारे में विस्तार से बताते हुए अधिकारी ने कहा कि जब लॉक लग जाता है तो संबंधित कर्मियों के मोबाइल नंबर पर एक ओटीपी भेजा जाएगा। गंतव्य पर पहुंचने के बाद ड्राइवर को लॉक में बटन दबाकर स्थान की पुष्टि करनी होगी।
कर्मियों के ओटीपी को वेरिफाइड किया जाता है और लॉक अनलॉक करने के लिए चालक के मोबाइल नंबर पर एक और ओटीपी भेजा जाता है। उन्होंने बताया, ट्रेन को ट्रैक भी किया जाएगा और लोकेशन रिकॉर्ड की जाएगी। यदि दरवाजे से छेड़छाड़ या टक्कर होती है, तो अधिकारी के मोबाइल नंबर पर एक अलर्ट मैसेज भेजा जाएगा। रेलवे की ओर से 25 जनवरी को जारी बयान के मुताबिक, आरपीएफ ने 2022 में रेलवे संपत्ति की चोरी के 6492 मामले दर्ज किए, जिसमें ‘ऑपरेशन रेल सुरक्षा’ के तहत 11268 अपराधियों की गिरफ्तारी के साथ 7.37 करोड़ रुपये की चोरी की गई रेलवे संपत्ति बरामद की गई।