November 19, 2024

किसानों के मुद्दे पर गर्मायी सियासत, पंजाब और हरियाणा सरकार आयी आमने- सामने

Chandigarh/Alive News : पंजाब के मुख्यमंत्री द्वारा दिए गए बयान के बाद सियासत गरमा गयी है। इस मामले को लेकर पंजाब और हरियाणा सरकार आमने- सामने आ गयी है। दरअसल, पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह ने किसानों से कहा कि उन्हें आंदोलन करना है तो वह पंजाब के बजाय दिल्ली व हरियाणा में जाकर करें। पंजाब की धरती पर वह ऐसा कुछ न करें, जिससे राज्य को आर्थिक नुकसान हो।

मिली जानकारी के अनुसार हरियाणा के गृहमंत्री अनिल विज का कहना है कि पंजाब के मुख्यमंत्री ने ही किसानों को भड़काया है तो हरियाणा के कृषि मंत्री जेपी दलाल ने भी इसी बहाने एसवाईएल के मुद्दे को उछाल दिया है। होशियारपुर में एक सरकारी कॉलेज का शिलान्यास करते हुए कैप्टन अमरिंदर सिंह ने कहा है कि राज्य में 113 स्थानों पर किसानों का आंदोलन चल रहा है। इससे राज्य की आर्थिक स्थिति पर असर पड़ रहा है। 

इसके अलावा हरियाणा के गृहमंत्री अनिल विज ने ट्वीट कर कहा कि पंजाब के मुख्यमंत्री का बयान बहुत ही गैर जिम्मेदाराना है। इससे साबित होता है कि किसानों को भड़काने का काम अमरिंदर सिंह ने ही किया है। हरियाणा के कृषि मंत्री जेपी दलाल भी इस जुबानी जंग में कूद गए हैं। उन्होंने कहा है कि तमाम किसान संगठन पंजाब के हैं। हम पहले से कहते आ रहे हैं कि यह कांग्रेस द्वारा प्रायोजित आंदोलन है। आज पंजाब के मुख्यमंत्री ने भी इस बात को मान लिया है, इसलिए खुले तौर पर मैं पंजाब के मुख्यमंत्री से अपील करता हूं कि एक देशभक्त परिवार का होने के चलते वे दिल्ली हरियाणा और देश के बारे में सोचें और किसान संगठनों को समझाएं।  

जेपी दलाल ने मौका देख एसवाईएल पर भी दावा ठोक दिया है। उन्होंने कहा कि पंजाब ने अपने छोटे भाई हरियाणा के साथ नाइंसाफी की है। इतने सालों से एसवाईएल का पानी रोक रखा है। अब सोनीपत-बहादुरगढ़ के उद्यमी इस आंदोलन से परेशान हैं। वहां के उद्योग धंधे बर्बाद हो रहे हैं।