Uttarpradesh/Alive News: मस्जिद पर हुए विवाद के बाद पुलिस प्रशासन के लिए शुक्रवार का दिन महत्तवपूर्व है। इस दिन जुमे की नमाज है, साथ ही सिविल जज (सीनियर डिवीजन) कोर्ट में भी सुनवाई है। इसे लेकर व्यापक तैयारी की गई है। चंदौसी स्थिति में कोर्ट परिसर में सुरक्षा व्यवस्था कड़ी कर दी गई है। ड्रोन से निगरानी करने के साथ ही चंदौसी के सभी चौराहों पर फोर्स की तैनाती कर दी गई है।
कई थानों की पुलिस, पीएसी व आरएएफ के साथ ही दर्जनों की संख्या में अधिकारियों की तैनाती की गई है। साथ ही संभल की जामा मस्जिद में थ्री लेयर सुरक्षा तैयार की जा रही है। इसके लिए चार सुपर जोन और 55 सेक्टर में शहर को बांटा गया है, जहां करीब 300 प्वाइंट बनाए गए हैं। शहर काजी ने लोगों से अपने क्षेत्र में मस्जिद में नमाज पढ़ने की बात कही है। इधर, शहर में स्थिति सामान्य होने की ओर है। आरोपितों के फोटो जारी करने के बाद अब पोस्टर चस्पा करने की तैयारी की जा रही है। चप्पे-चप्पे पर पुलिस फोर्स तैनात है।
19 नवंबर को सिविल जज (सीनियर डिवीजन) कोर्ट में मस्जिद के हरिहर मंदिर होने का दावा किया गया था। कोर्ट ने उसी दिन सर्वे का आदेश दिया और वरिष्ठ अधिवक्ता रमेश राघव को एडवोकेट कमिश्नर नियुक्त किया था। उसी दिन शाम को मस्जिद में वीडियोग्राफी कराई गई थी। इसके बाद एडवोकेट कमिश्नर ने रविवार को दूसरे चरण की वीडियोग्राफी कराई। इसी दौरान बवाल हो गया था। इसमें पथराव और फायरिंग में चार लोगों की मृत्यु हो गई थी। कई पुलिस व प्रशासनिक अफसरों के साथ सिपाही घायल हुए थे। घटना की संवेदनशीलता को देखते हुए सुरक्षा व्यवस्था के कड़े इंतजाम किए गए हैं।
10 बड़ी बातें
जिले में सुरक्षा को चार सुपर जोन और 55 सेक्टर में बांटा गया है, जहां करीब 300 प्वाइंट बनाए गए हैं।
हर संवेदनशील स्थान पर पुलिस की कड़ी नजर है। किसी भी आपात स्थिति से निपटने के लिए चार त्वरित प्रतिक्रिया दल (क्यूआरटी) भी तैनात किए गए हैं।
सुरक्षा बलों में नौ कंपनियां पीएसी, आरएएफ और अन्य पुलिस बलों को लगाया गया है, जिससे नमाज के दौरान शांति और व्यवस्था बनी रहे।
प्रशासन ने सुरक्षा इंतजामों को सुनिश्चित करने के लिए हर छोटी-बड़ी गतिविधि पर नजर रखने की व्यवस्था की है।
इस दौरान पुलिसकर्मियों को मुस्तैद रहने और किसी भी अप्रिय घटना पर तुरंत कार्रवाई करने के निर्देश दिए गए हैं।
पुलिस अधिकारियों ने बताया कि जिले में कानून-व्यवस्था बनाए रखना प्राथमिकता है, और सभी सुरक्षा प्वाइंट्स पर सघन निगरानी रखी जा रही है।
पुलिस और प्रशासन के इस व्यापक सुरक्षा इंतजाम से लोगों में विश्वास कायम रखने की कोशिश की गई है।
सुरक्षा में छह अपर पुलिस अधीक्षक, एक दर्जन से अधिक सीओ, 50 से अधिक निरीक्षक शामिल है।
जिला मजिस्ट्रेट ने पुलिस अधिकारियों के साथ तकरीबन 70 मजिस्ट्रेट की तैनाती की है। इनमें सभी डिप्टी कलेक्टर, एसडीएम के अलावा ग्राम्य विकास विभाग से मुख्य विकास अधिकारी, जिला विकास अधिकारी, परियोजना निदेशक डीआरडीए, डीपीआरओ और सभी खंड विकास अधिकारियों को लगाया गया है।
प्रत्येक विभाग के सभी सहायक अभियंता और अधिशासी अभियंता को मजिस्ट्रेट के रूप में तैनात किया गया है, जिन्हें संभल में अलग-अलग प्वॉइंट पर नमाज के दौरान तैनात किया जाएगा और वह निर्धारित रूट पर पुलिस के साथ मार्च भी करते रहेंगे।