New Delhi/Alive News : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रविवार को कहा कि देश आज से अपनी आजादी के 75वें साल में प्रवेश कर रहा है और यहां से आजादी के 100 वर्षों तक का सफर ‘‘भारत के सृजन का अमृतकाल’’ है. उन्होंने कहा कि ‘‘सबका साथ-सबका विकास-सबका विश्वास और सबके प्रयास’’ से इस लक्ष्य को हासिल करना है. तिरंगा फहराने के बाद लाल किले की प्राचीर से अपने संबोधन में प्रधानमंत्री ने कहा कि भारत का यह संकल्प सुरक्षित और समृद्ध विश्व की खातिर प्रभावी योगदान के लिए है.
उन्होंने कहा कि हर देश की विकास यात्रा में एक समय ऐसा आता है, जब वह देश खुद को नए सिरे से परिभाषित करता है और खुद को नए संकल्पों के साथ आगे बढ़ाता है. उन्होंने कहा, ‘‘भारत की विकास यात्रा में भी आज वो समय आ गया है। यहां से शुरू होकर अगले 25 वर्ष की यात्रा नए भारत के सृजन का अमृतकाल है. इस अमृतकाल में हमारे संकल्पों की सिद्धि, हमें आजादी के 100 वर्ष तक ले जाएगी.’’
भाषण की बड़ी बातें
मोदी बोले- यही समय है, सही समय है
यही समय है, सही समय है. भारत का अनमोल समय है. असंख्य भुजाओं की शक्ति है, हर तरफ देश की भक्ति है. तुम उठो तिरंगा लहरा दो, भारत के भाग्य को फहरा दो. यही समय है, सही समय है, भारत का अनमोल समय है, कुछ ऐसा नहीं जो कर ना सको. कुछ ऐसा नहीं जो पा ना सको, तुम उठ जाओ, जुट जाओ, समार्थ्य को अपने पहचानो, कर्तव्य को अपने सब जानो. यही समय है, सही समय है.
भारत आतंकवाद, विस्तारवाद से लड़ रहा
दूसरे विश्व युद्ध के बाद वैश्विक संबंधों का रूप बदल गया था. कोरोना काल के बाद भी ऐसा हुआ. कोरोना काल के भारत के प्रयासों को दुनिया ने सराहा. दुनिया भारत को नई दृष्टि से देख रही. भारत आतंकवाद, विस्तारवाद दोनों ही चुनौतियों से लड़ रहा. हिम्मत के साथ जवाब भी दे रहा. सेना के हाथ मजबूत करने में कोई कसर नहीं छोड़ेंगे.
भारत ने दिखाई संकल्प शक्ति – मोदी
आर्टिकल 370 हटाना, जीएसटी लाना, फौजियों के लिए वन पेंशन, अयोध्या का शांतिपूर्वक समाधान यह पिछले कुछ वक्त में देखा. ओबीसी कमीशन को संवैधानिक दर्जा, जम्मू कश्मीर में पहली बार BDC चुनाव भारत की संकल्प शक्ति बताता है. भारत में रिकॉर्ड विदेशी निवेश आ रहा है. सर्जिकल, एयर स्ट्राइक से दुश्मनों को नए भारत का संदेश दिया. यह बताता है कि भारत बदल रहा, भारत कठिन से कठिन फैसले भी ले सकता है, भारत झिझकता नहीं है.
नेशनल हाइड्रोजन मिशन की घोषणाा
पीएम मोदी ने नेशनल हाइड्रोजन मिशन की घोषणा की. मोदी बोले कि यह ऊर्जा के क्षेत्र में यह भारत की नई प्रगति होगी, भारत इससे आत्मनिर्भर बनेगा. इससे ग्रीन जॉब के लिए अवसर खुलेंगे.
सैनिक स्कूल में लड़कियों का भी एडमिशन
मोदी बोले कि मुझे कई गुजारिश मिलीं कि बेटियां भी सैनिक स्कूल में पढ़ना चाहती हैं. दो-ढाई साल पहले मिजोरम के सैनिक स्कूल में प्रयोग के तौर पर बेटियों को एडमिशन देने का फैसला लिया गया था. अब देश के सभी सैनिक स्कूलों में बेटियों का भी एडमिशन हो सकेगा. इन्हें बेटियों के लिए खोल दिया जाएगा.
मैपिंग से जुड़े पुराने कानून का जिक्र किया
देश के सैंकड़ों पुराने कानूनों को खत्म किया गया. कोरोना काल में भी 15 हजार से ज्यादा अनुपालनों को खत्म किया. 200 साल पहले से एक कानून चला आ रहा था, इसकी वजह से देश के नागरिक को मैपिंग (नक्शा) बनाने की स्वतंत्रता नहीं थी. इसके लिए सरकार से इजाजत लेनी होती थी. ऐसे कानूनों का बोझ लेकर चलना ठीक नहीं था. ऐसे बेवजह वाले कानूनों को खत्म किया गया. मोदी बोले, ‘मैं आज आह्वान कर रहा हूं, केंद्र हो या राज्य सभी के विभागों से, सभी सरकारी कार्यालयों से. अपने यहां नियमों-प्रक्रियाओं की समीक्षा का अभियान चलाइए. हर वो नियम, हर वो प्रक्रिया जो देश के लोगों के सामने बाधा बनकर, बोझ बनकर, खड़ी हुई है, उसे हमें दूर करना ही होगा.’
लॉन्च होगा गतिशक्ति प्लान
भारत को आधुनिक इंफ्रास्ट्रक्चर के साथ ही इंफ्रास्ट्रक्चर निर्माण में होलिस्टिक अप्रोच अपनाने की भी जरूरत है। भारत आने वाले कुछ ही समय में प्रधानमंत्री गतिशक्ति- नेशनल मास्टर प्लान को लॉन्च करने जा रहा है.
75 सप्ताह में 75 वंदेभारत ट्रेनें
देश ने संकल्प लिया है कि आजादी के अमृत महोत्सव के 75 सप्ताह में 75 वंदेभारत ट्रेनें देश के हर कोने को आपस में जोड़ रही होंगी। . आज जिस गति से देश में नए एयरपोर्ट का निर्माण हो रहा है, उड़ान योजना दूर-दराज के इलाकों को जोड़ रही है, वो भी अभूतपूर्व है.
छोटे किसानों पर देना होगा ध्यान
छोटे किसानों पर अब तक ध्यान नहीं दिया गया है. कृषि सेक्टर की चुनौतियों पर ध्यान देना होगा. किसानों की जमीन लगातार छोटी हो रही है. 80 फीसदी किसानों के पास 2 हेक्टर से कम जमीन है. मोदी ने 80 फीसदी किसानों के उत्थान का नारा देते हुए कहा, ‘छोटा किसान बने देश की शान.’
हर घर जल मिशन के लिए हो रहा तेजी से काम – PM
पहले सरकार ने 100 फीसदी घरों में शौचालयों के निर्माण का लक्ष्य रखा था. अगले लक्ष्यों को कुछ ही वर्षों में पूरा करना है. अब हर घर जल मिशन के लिए तेजी से काम हो रहा है. सिर्फ दो साल में साढ़े चार करोड़ से ज्यादा परिवारों को नल से जल मिलना शुरू हो चुका है.