नई दिल्ली : इंडिया-अफ्रीका समिट में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि ग्लोबल इकोनॉमी में भारत और अफ्रीका उम्मीद और अवसर के एक ब्राइट स्पॉट हैं। मोदी ने इस मौके पर कहा कि भारत और अफ्रीका की संस्कृति में काफी समानताएं हैं।
तीसरे इंडिया-अफ्रीका समिट के आखिरी दिन मोदी ने कहा कि यह सिर्फ भारत और अफ्रीका का सम्मेलन नहीं है बल्कि आज दुनिया की एक-तिहाई मानवता एक छत के नीच इकट्ठा हो गई है। भारत और अफ्रीका कई मायनों में एक जैसा है। भारत की दो तिहाई आबादी युवाओं को है जो 35 साल से कम के हैं। वहीं अफ्रीका की भी दो तिहाई आबादी 35 साल से कम की है, मतलब युवा है। मोदी ने कहा कि दोनों देश विश्व की बड़ी युवा शक्ति हैं। मोदी ने कहा कि आने वाला समय युवाओं का है और हमारी युवा आबादी दुनिया की तकदीर बदलने के काम आयेगी।
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि हमारी संस्कृति में काफी समानता है। हमारे देश की 90 प्रतिशत आबादी तक मोबाइल फोन पहुंच गया है। आने वाला समय टेक्नोलॉजी का है। टेक्नोलॉजी को ग्रहण करने में दोनों देश एक दूसरे का साथ देंगे। आपसी संबंध को और मजबूत करेंगे। भारत अफ्रीका का डेवलपमेंट पार्टनर बनने के लिए तैयार है। अगर आने वाली शताब्दी में युवाओं की भागिदारी महत्वपूर्ण है तो आने वाली शताब्दी हमारी है।
प्रधानमंत्री ने अपने संबोधन में आतंकवाद का भी मुद्दा उठाया। उन्होंने आतंकवाद के खिलाफ मिलकर लड़ने का भी आह्वान किया। गौरतलब है कि भारत-अफ्रीका सम्मेलन का आज आखिरी दिन है। 26 से 29 अक्टूबर तक चलने वाली इंडिया-अफ्रीका समिट में 54 देश हिस्सा ले रहे हैं।