Faridabad/Alive News : ग्रेटर फरीदाबद के पार्क फ्लोर-टू सोसायटी के लोगों ने बिल्डर द्वारा अचानक मेंनटेंस चार्ज बढ़ाने और सालों बीतने के बाद भी ओसी न मिलने को लेकर बिल्डर के खिलाफ बीपीटीपी कार्यालय पर घंटो विरोध प्रदर्शन किया। लेकिन आज भी सोसायटी के लोगों की मुलाकात बीपीटीपी बिल्डर से नही हुई और लोगों को खाली हाथ घर लौटना पड़ा।
दरअसल, पार्क फ्लोर-टू सोसायटी के लोगों ने बताया कि यह समस्या केवल एक सोसायटी की नही है बल्कि ग्रेटर फरीदाबद में बनी लगभग सभी सोसाइटी के बिल्डर अपनी मनमानी कर रहे है। बिल्डर सोसाइटी के लोगों की बगैर राय जाने अपने फैसले लोगों पर थोप रहे है। लोगों से बगैर राय लिए अधिकतर सोसाइटी के बिल्डरों ने अचानक मेंटनेंस चार्ज में बढ़ोतरी कर दी। पहले सोसाइटी के लोगों को मेंटनेंस चार्ज 1.95 फीसदी भरना पड़ता था। लेकिन अब बिल्डर द्वारा 44 फीसदी मेंटनेंस चार्ज बढ़ाने पर अब सोसाईटी वासियों को 2.80 फीसदी जीएसटी चार्ज भरने के लिए मजबूर किया जा रहा है।
इसके अलावा प्रदर्शन कर रहे बीपीटीपी पार्क फ्लोर- टू सोसायटी के फाउंडर प्रधान आर.पी यूनिहाल, सुमेर खत्री, आरडब्ल्यूए प्रधान राजीव भारद्वाज ने बताया कि बिल्डर ने पिछले कई वर्षों से सोसाइटी में कोई मरम्मत कार्य नहीं करवाया है। सोसाइटी की दीवारों से प्लास्टर झड़ने लगे हैं। मूलभूत सुविधाएं नहीं के समान हैं। बिजली-पानी और सीवर की समस्या से लोग आए दिन परेशान रहते हैं। दिन में करीब छह से आठ घंटे डीजी से काम लेना पड़ता है। ऐसे में डीजी का बिल भी सोसायटी वासियों को अपनी जेब से वहन करना पड़ता। कई बार बिल्डर को सोसायटी के लोगों से वसूले जा रहे सभी चार्जों को ऑडिट करवाने की भी मांग की गई है। लेकिन कुछ नहीं हो पाया है।
नो ओसी नो केम
फाउंडर प्रधान आर.पी यूनिहाल ने नो ओसी नो केम का हवाला देते हुए बताया कि हाल ही में गुरूग्राम कोर्ट ने बिल्डरो के खिलाफ एक ऑडर पास किया है। जिसमें कोर्ट ने कहा है कि कोई भी बिल्डर किसी भी सोसायटी वासी से जब तक सोसायटी का कोई भी चार्ज नही वसूल कर सकता जब तक अधिभोग प्रमाण पत्र यानी ओसी लोगों को न दे दें।
क्या कहना है बीपीटीपी बिल्डर का
हम सोसाइटी के लोगों से मेंटेंस चार्ज बहुत कम ले रहे है। इससे कम में हम सोसाइटी का मेंटेंस नही करवा सकते। अगर सोसाइटी के लोगों को हमारे द्वारा लिया जा रहा चार्ज अधिक लगता है तो वह स्वंय सोसाइटी को मेंटेन करने की जिम्मेदारी लें। लोगों द्वारा प्रदर्शन से हमें नुकसान हुआ है। लोगों को लीगल नोटिस भेजने की तैयारी कर रहे है।
-रोहित मोहन, वरिष्ठ उपाध्यक्ष, बीपीटीपी।