Patna/Alive News : बिहार में सुशासन का क्या हाल है, इसकी पोल फरियादियों ने सोमवार को मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के समक्ष ही खोल कर रख दी। जनता दरबार कार्यक्रम में महिलाओं ने कई दारोगा और डीएसपी पर यौन शोषण का आरोप लगाया। इतना ही नहीं एक फरियादी ने तो मुख्यमंत्री से कहा कि डीएसपी यौन शोषण मामले में डीजीपी से मिलने गई तो उन्होंने कहा कि लड़कियां पहले अपनी अदाओं से लोगों को फंसाती हैं और बाद में शिकायत करती हैं। हद तो यह हो गई कि नीतीश ने उस लड़की को डीजीपी के पास ही फरियाद लेकर वापस भेज दिया। शायद यह पहला मामला होगा। जिसके खिलाफ शिकायत की गई हो वही शिकायत सुने।
जानकारी के मुताबिक एसटीएफ के डीएसपी अमन कुमार के ऊपर यौन शोषण का आरोप लगाने वाली युवती ने मुख्यमंत्री के सामने कहा कि वह बीते शुक्रवार को बिहार के डीजीपी एसके सिंघल के सामने भी अपनी फरियाद लेकर पहुंची थी, लेकिन डीजीपी ने तो हद ही कर डाली। उन्होंने कहा कि लड़कियां पहले अपनी अदाओं से लड़कों को फंसाती हैं और फिर बाद में उनके पर आरोप लगाती हैं।
एक महिला मुखिया ने मुख्यमंत्री से शिकायत की कि उनके पति की हत्या कर दी गई है। शिकायत करने के बाद भी थानेदार आरोपी को बचाने में लगे हुए हैं। अभियुक्त की गिरफ्तारी भी हुई और 17 दिनों में जमानत मिल गई। अब वह आरोपी लगातार धमकी दे रहा है। इस पर मुख्यमंत्री ने गृह विभाग के अपर मुख्य सचिव एवं डीजीपी को इस मामले में करवाई करने का निर्देश दिया।
सिवान के गौतम यादव ने पुलिस अधीक्षक और थाना प्रभारी के खिलाफ शिकायत करते हुए कहा कि हमारे द्वारा शराब विक्रेताओं के खिलाफ की गई लिखित सूचना को व्हाट्सएप पर इन लोगों ने सार्वजनिक कर दिया। मुख्यमंत्री ने इस मामले का संज्ञान लेते हुए संबंधित विभाग को शीघ्र कार्रवाई करने का आदेश दिया।
वाल्मीकि नगर से आई एक पीड़ित महिला ने जदयू विधायक रिंकू सिंह पर आरोप लगाते हुए कहा कि उनके पति की हत्या के मामले में स्थानीय विधायक रिंकू सिंह को आरोपित किया गया था, लेकिन पुलिस ने अब तक कोई कार्रवाई नहीं की। इस शिकायत के बाद मुख्यमंत्री ने पीड़ित महिला को डीजीपी के पास भेज कर जांच करने को कहा। जनता के दरबार में मुख्यमंत्री कार्यक्रम में 195 आवेदकों के मामलों की सुनवाई की गई और अधिकारियों को आवश्यक दिशा निर्देश दिया गया।