May 13, 2025

जलजनित बीमारियों की चपेट में लोग, विभाग बना मूकदर्शक

Poonam Chauhan/Alive News
Faridabad:
गर्मियों में शीतल पेय पदार्थ विक्रेताओं का गोरखधंधा विभाग की नाक के नीचे फलफूल रहा है। इन दिनों शहर में जलजीरा, शिकंजी, गन्ने का जूस, बेल का जूस में कच्ची बर्फ का इस्तेमाल धड़ल्ले से किया जा रहा है। लोग गर्मी से राहत पाने के लिए सड़क किनारे बिकने वाले ठंडे पेय पदार्थों का इस्तेमाल कर रहे हैं, लेकिन इनकी गुणवत्ता की जांच करने वाला फूड सेफ्टी विभाग अभी आंखें बंद किए हुए है। विभाग द्वारा अभी तक सड़क के किनारे बिकने वाले इन पेय पदार्थों की सेम्पलिंग तक शुरू नहीं की गई है जिससे इनकी गुणवत्ता की जांच हो सके। यह पेय पदार्थ लोगों के स्वास्थ्य पर गहरा असर डाल रहे हैं, जिसके कारण लोग बीमार हो रहे हैं। अस्पताल में फीवर, लुजमोशन, डायरिया जैसी बीमारियों के मरीज़ आ रहे हैं।

विभाग द्वारा शहर में अभी तक मुट्ठी भर ही शीतल पेय पदार्थों की सेम्पलिंग की गई है। गर्मियों का मौसम अपने प्रचंड स्वरूप पर है पारा 42 से 45 डिग्री के पार पहुंच गया है। ऐसे में दिन भर बाहर रहने वालों के लिए पेयप्रदार्थ गर्मी से निजात पाने का एकमात्र रास्ता नजर आ रहा है और इन पेय पदार्थों को पीकर लोग बीमार पड़ रहे हैं। लोगों की इस बीमारी का जिम्मेदार फूड सेफ्टी विभाग है।

बदलते मौसम में कुकुरमुत्ते की तरह खुली दुकानों पर पेयपदार्थ, पानी और बर्फ की सैंपलिंग विभाग को करनी चाहिए। विभाग द्वारा प्रत्येक माह ट्यूबलों, बर्फ की फैक्ट्रियों व अन्य स्थानों से पेय पदार्थों के सैंपल जांच के लिए भरे जाते हैं लेकिन इस बार विभाग द्वारा ऐसी भीषण गर्मी होने पर भी शीतल पेय पदार्थ व बर्फ की कंपनियों के सैंपल लेने भी शुरू नहीं किए हैं। जिसका खामियाजा शहर के लोग उठा रहे हैं।

अगर बात करें बादशाह खान अस्पताल की तो यहां रोजाना 50 से 70 मरीज जलजनित बीमारियों के आ रहे हैं ऐसा ही नजारा प्राइवेट अस्पतालों का भी है। यहां भी मरीजों की लाइन लगी हुई है लोग परेशान हैं लेकिन विभाग कोई एक्शन लेने को तैयार नहीं है। विभागीय अधिकारियों की लापरवाही लोगों के लिए भारी पड़ रही है।

क्या कहना है स्वास्थ्य विभाग अधिकारी का
हर रोज ओपीडी में 50 से 70 मरीज आ रहे हैं इनमें फीवर, लुजमोशन, डायरिया जैसी बीमारियों के मरीज ज्यादा हैं। मार्किट से सैंपलिंग का काम फूड सेफ्टी विभाग का है।

-विनय गुप्ता, सीएमओ, बादशाह खान अस्पताल।