Faridabad/Alive News : श्री सिद्धदाता आश्रम में नामदान कार्यक्रम का आयोजन हुआ, जिसमें 128 लोगों ने गुरु से नाम की दीक्षा प्राप्त की। इस अवसर पर आश्रम के अधिपति जगदगुरु रामानुजाचार्य स्वामी पुरुषोत्तमाचार्य महाराज ने कहा कि नामदान के बाद व्यक्ति के जीवन में सकारात्मक परिवर्तन देखने को मिलते हैं जिसकी परिणति मुक्ति रूप में प्राप्त होती है। आज यहां आयोजित निशुल्क स्वास्थ्य जांच शिविर में 411 ने विभिन्न प्रकार की जांच कर लाभ लिया।
सिद्धदाता आश्रम एवं लक्ष्मीनारायण दिव्यधाम के अधिष्ठाता अनंत विभिूषित इंद्रप्रस्थ एवं हरियाणा पीठाधीश्वर जगदगुरु रामानुजाचार्य स्वामी पुरुषोत्तमाचार्य महाराज ने 128 लोगों को दीक्षा प्रदान की। इस अवसर पर भक्तों को पांच विधियों से गुजरना पड़ा जिसमें यज्ञ, ताप, नाम, यज्ञोपवीत, शरणागति शामिल होते हैं। रामानुज संप्रदाय में ऐसा माना जाता है कि नाम दान प्राप्त करने के बाद भक्त की मुक्ति में कोई संशय नहीं रहता है और जीव आवागमन से छूट जाता है।
इस अवसर पर स्वामी पुरुषोत्तमाचार्य जी महाराज ने सभी विधियों को पूर्ण करने के बाद दिए संक्षिप्त प्रवचन में नामदान के महत्व एवं इसको धारण करने वाले शिष्यों के लिए कत्र्तव्यों के बारे में बताया। उन्होंने कहा कि नामदान देने के बाद शिष्यों के बुरे कर्मफल आदि को भी गुरु अपने में समाहित करने लगते हैं। इसलिए शिष्यों को चाहिए कि वह गलत कर्म करने से बचें और गुरु के बताए उपायों को अपने जीवन में अपनाएं।
आज आश्रम में आयोजित मेडिकल कैंप में 411 लोगों के स्वास्थ्य का परीक्षण किया गया। जिसमें होम्योपैथी, एलोपैथी, आयुर्वेदिक, एक्यूप्रेशर आदि विधियों से लोगों के स्वास्थ्य की जांच की गई एवं निशुल्क दवाइयां भी प्रदान की गई। यहां हर रविवार को मेडिकल कैंप लगता है वहीं महीने के दूसरे रविवार को मेगा कैंप का आयोजन होता है।
आश्रम में 22 मई को संस्थापक वैकुंठवासी स्वामी सुदर्शनाचार्य जी महाराज की पुण्यतिथि को भी यहा विशाल स्वास्थ्य जांच शिविर का आयोजन होगा। इस मौके पर ऊंचा सुनने वालों की विशेष जांच की जाएगी, वहीं मोतियाबिंद मरीजों की जांच एवं निशुल्क ऑपरेशन भी किया जाएगा।