Faridabad/Alive News: एडिक्शन यानी लत की चर्चा जब भी होती है, तो अक्सर लोगों का ध्यान शराब, सिगरेट, ड्रग्स या फिर तंबाकू सेवन की तरफ ही जाता है। इन सभी तरह के एडिक्शन्स के बारे में हम सभी जानते हैं, क्योंकि इसे लेकर जागरूकता फैलाई जाती है। वहीं एक एडिक्शन ऐसा भी है जिसकी इतनी चर्चा नहीं हो पाती है क्योंकि ये नए ज़माने का एडिक्शन है, जो इधर कुछ सालों में ही तेज़ी से बढ़ा है। ये एडिक्शन है स्क्रोलिंग एडिक्शन।
कभी भी बस मोबाइल उठाया और रील या विडियोज स्क्रोल करना शुरू कर दिया। आधुनिक परिवेश में यह एक लत बन चुकी है। बच्चे बूढ़े सभी इसकी चपेट में आ चुके हैं। यह समय तो नष्ट करता ही है, साथ ही इसका असर हमारे शरीर और दिमाग दोनों पर ही नकारात्मक रूप से पड़ता है।
फोन का असली काम है दूसरों से कनेक्ट कर पाना। क्या आप मात्र बात करने के लिए और कुछ जरूरी इन्फॉर्मेशन शेयर करने के लिए फोन का इस्तेमाल करते हैं? आपके फोन में कोई भी सोशल मीडिया एप नहीं है? और आप अपने परिवार के साथ बिना स्क्रीन के पर्याप्त समय व्यतीत करते हैं, तो संभव है कि आप स्क्रोलिंग एडिक्शन से बचे हुए हैं।
लेकिन अगर आपका फोन इंस्टाग्राम, फेसबुक, स्नैपचैट जैसे एप से भरा पड़ा है, आपको परिवार के साथ बैठ कर खाना खाने के लिए भी समय निकालना एक काम लगता है, आपके हाथ अपने आप फोन की स्क्रीन पर पहुंच जाते हैं, फोन से दूर रहने पर आपको बेचैनी और उलझन-सी महसूस होती है और आपको कुछ और अच्छा नहीं लगता है, अपने पास के लोगों से आप कम जुड़े हैं, और दूर बैठे सोशल मीडिया के लोगों से आप अधिक जुड़े हुए हैं, फोन इस्तेमाल न करने पर आपको फियर ऑफ मिसिंग आउट यानी ऐसा लगता है कि कहीं आप कुछ मिस न कर दें, ट्रेंडिंग बातें जानने में दूसरों से पीछे न रह जाएं, तो संभव है कि आपको स्क्रोलिंग एडिक्शन है।
रिलैक्स करने के लिए स्क्रोलिंग करते हैं, तो इसकी जगह स्पीकर पर गाना सुन सकते हैं, वॉक पर जा सकते हैं, क्राफ्ट वर्क कर सकते हैं, किताब पढ़ सकते हैं या फिर कुछ देर की नींद भी ले सकते हैं। रिलैक्स करने के ये तरीके असल में आपके दिमाग को तरोताज़ा करेंगे। दूसरों से कनेक्ट होने के लिए स्क्रोलिंग करते हैं, तो दोस्तों या रिश्तेदारों को कॉल करें, करीबियों को डिनर पर बुलाएं, कोई वर्कआउट क्लास ज्वाइन करें। मनोरंजन के लिए स्क्रोलिंग करते हैं, तो किसी लाइव म्यूजिक कंसर्ट को अटेंड करें, गार्डनिंग करें, आसपास कहीं घूमने जाएं या सभी के साथ बैठ कर कोई फिल्म देखें।
स्क्रोलिंग आपके दिमाग को अस्त व्यस्त कर सकती है। इससे आप ओवरथिंकिंग करते हैं, आपका फोकस कम होता है, दूसरों से तुलना कर आप अपने जीवन से दुखी होते हैं। लगातार फोन पर पकड़ने रहने से आपकी गर्दन और उंगलियों में दर्द रहता है। और भी कई तरह की दिक्कतें पैदा हो सकती हैं। इसलिए स्क्रोलिंग एडिक्शन से दूरी बनाएं और अपने जीवन से संतुष्ट रहें और स्वस्थ रहें।