Faridabad/Alive News : उत्तर प्रदेश की भाजपा सरकार निजी स्कूलों की मनमानी तरीके से बढ़ाने वाली फीस पर लगाम लगाने जा रही है इसके लिये स्ववित्तपोशित स्वत्रंत विद्यालय विधेयक के मसौदे को मंजूरी प्रदान कर दी गई है। हरियाणा अभिभावक एकता मंच ने इस निर्णय का स्वागत करते हुये हरियाणा सरकार से कहा है कि वह प्राईवेट स्कूलों को संरक्षण देना बंद करके हरियाणा में भी ऐसा कानून बनाये कि प्राईवेट स्कूलों की लूटखसोट व मनमानी पर पूरी तरह से रोक लग सके। मंच ने मख्यमंत्री को याद दिलाया है कि लाखों अभिभावकों के वोटों के खातिर ही हरियाणा में भाजपा की अपने बलबूते पर सरकार बनी है जिसके चलते वे मुख्यमंत्री बने है।
अभिभावक भी एक वोट बैंक है स्कूल प्रंबधक इतने वोट नहीं दिलवा सकते जितने की अभिभावक दे सकते है या दिलवा सकते है, वे अभिभावकों की पीड़ा को समझे और उनके धैर्य की परीक्षा न लें। जिस तरह वे सरकारी खर्चें पर एक केन्द्रीय मंत्री के प्राईवेट स्कूल का उद्घाटन करने आते है और षिक्षा के व्यवसायीकरण पर रोक लगाने की मांग को लेकर फरियाद करने वाले अभिभावकों को झिडकते हुये यह सुझाव देते हैं कि वे अपने बच्चों के भविश्य की खातिर प्राईवेट स्कूल वालों से समझोता कर ले उनके ऐसे बयान व व्यवहार से हरियाणा के सभी छात्र, अभिभावक व अध्यापकों में काफी रोश है और वे अपने रोश को आने वाले चुनावों में प्रकट करने की ताकत भी रखते हैं।
मंच के प्रदेष महासचिव कैलाष षर्मा ने कहा है कि मुख्यमंत्री, षिक्षामंत्री स्कूल संचालकों को तो बातचीत करने के लिये समय प्रदान करके उनकी सभी मांगों को मान लेते हैं जबकि उनके पास अभिभावक संगठनों से बातचित करने के लिये समय नहीं है। अभिभावक इस सरकार से अपने आप को ठगा हुआ महसूस कर रहे है, मंच ने इस सरकार केे नकारात्मक रूख की जानकारी राज्य के प्रत्येक जिले के अभिभावकों को देने का निर्णय लिया है इसके लिये प्रत्येक जिले में गोश्ठी, सम्मेलन अभिभावक जागरण अभियान चलाया जायेगा, जिसकी रूप रेखा तय करने के लिये मुख्यमंत्री के कैम्प जिले करनाल में 15 अप्रेल को सभी जिलों के अभिभावक संगठनों की एक बैठक बुलाई गई है जिसमें अभिभावक जागरण व जन आंदोलन अभियान की रूपरेखा तय की जायेगी