रायपुर 4 मई : बलरामपुर जिले के रामानुजगंज में पोस्टेड एसडीएम (सब डिस्ट्रिक्ट मजिस्ट्रेट) डॉ जगदीश सोनकर जब एक प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र (पीएचसी) का निरीक्षण करने पहुंचे तो अपने पद की मर्यादा ही भूल गए। उन्होंने मरीज के बेड पर अपना पैर रखकर ऐसे बात की जैसे किसी अपराधी से पूछताछ कर रहे हों। एक एमबीबीएस डॉक्टर से आईएएस बने अफसर के इस व्यवहार से मुख्यमंत्री भी नाराज़ हैं । ये है मामला…
– एसडीएम सोनकर मंगलवार को एक सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र के पोषण पुनर्वास केंद्र का निरीक्षण करने पहुंचे थे।
– वह महिला वार्ड में पहुंचे और मरीजों का हाल-चाल लेने लगे। इस दौरान उन्होंने एक पैर मरीज के बेड पर रख दिया, जबकि सामने महिला अपने बच्चे के साथ बैठी हुई थी।
– डॉ सोनकर खुद एक एमबीबीएस डॉक्टर हैं और हाल ही में आईएएस बने हैं। अभी वे प्रशिक्षु एसडीएम हैं।
-एक डॉक्टर होने के बावजूद उन्हें इस बात का ख्याल नहीं रहा कि मरीज से कैसे बात की जाती है।
– हालांकि एसडीएम ने निरीक्षण के अलावा कुछ मरीजों का मेडिकल चेक-अप भी किया ।
सीएम बोले- सिखाना पड़ेगा
– रामानुजगंज एसडीएम के इस बर्ताव पर सीएम डॉ रमन सिंह ने भी नाराजगी जताते हुए सोनकर को नसीहत दी है।
– मीडिया के सामने प्रतिक्रिया देते हुए डॉ रमन ने कहा, “नए आईएएस हैं, इन्हें सिखाने की जरूरत है।”
– “अधिकारियों का एक प्रोटोकॉल होता है जिसका उन्हें पालन करना चाहिए। चीफ सेक्रेटरी से कहेंगे कि अधिकारियों को दिशा निर्देश जारी करें।”