Faridabad/Alive News: हरियाणा अभिभावक एकता मंच ने जागो अभिभावक जागो अभियान जारी रखते हुए रविवार को मंच के साथ जुड़े नए अभिभावकों के साथ वीडियो कांफ्रेंस के माध्यम से जूम मीटिंग आयोजित की। जिसमें डायनेस्टी, डीएवी14, मानव रचना जीवा, डीपीएस गुरुग्राम, के अभिभावक अरविंद गुप्ता, सचिन अग्रवाल, सी एस मिश्रा,कपिल खुराना, मनीष मिगलानी, संजीव गुप्ता, विश्व नाथ, असीम कुमार, निशा, मीनाक्षी खुराना, वीरेंद्र कुमार, सुनील लूथरा, शीतल खुराना, बलविंदर सिंह, स्वप्ना नायर, हेमलता जैन, मैडम काला सिंह, सतीश कुमार आदि ने भाग लिया। सभी ने मंच की सदस्यता स्वीकार करते हुए मंच को अपना पूरा समर्थन प्रदान करते हुए प्राइवेट स्कूलों की प्रत्येक मनमानी का खुलकर विरोध करने की शपथ ली।
जूम मीटिंग में मंच के प्रदेश अध्यक्ष एडवोकेट ओपी शर्मा व प्रदेश महासचिव कैलाश शर्मा ने पेरेंट्स को जानकारी दी कि प्रदेश के सभी अभिभावकों की ओर से मंच ने मुख्यमंत्री को पत्र लिखकर अपील की है कि लोकडाउन में प्राइवेट स्कूलों द्वारा मांगी जा रही अप्रैल- मई-जून की फीस को माफ कराया जाए और स्कूल खुलने पर सिर्फ बिना बढ़ाई गई ट्यूशन फीस ही पेरेंट्स से दिलवाई जाए।
अभिभावकों ने बताया कि मंच द्वारा ट्वीट के माध्यम से मुख्यमंत्री को भेजे गए पत्र के समर्थन में वे ट्वीट को आगे रीट्वीट करके मुख्यमंत्री से अपील कर रहे हैं कि वे अभिभावकों के हित में शीघ्र निर्णय लें क्योंकि स्कूल प्रबंधक बार-बार अभिभावकों को नोटिस भेजकर बढ़ी हुई ट्यूशन फीस, एनुअल चार्ज व अन्य फंडों में फीस जमा कराने के लिए हर तरह का दबाव डाल रहे हैं और बच्चे का नाम काटने की धमकी दे रहे हैं। स्कूल बंद हैं, ऑन लाइन क्लास भी ठीक प्रकार से नहीं चल रही है फिर भी वे बिना बढ़ाई गई ट्यूशन फीस मासिक आधार पर देने को तैयार हैं लेकिन स्कूल संचालक स्वीकार नहीं कर रहे हैं।
मंच ने अभिभावकों से कहा है कि वह जागरूक व एकजुट होकर सबसे पहले अपनी बात लिखित में प्रिंसीपल/ प्रबंधक को कहें उचित कार्रवाई न होने पर या स्कूल द्वारा हरासमेंट करने पर इसकी शिकायत जिला शिक्षा अधिकारी, चेयरमैन एफएफआरसी कम मंडल कमिश्नर फरीदाबाद व चेयरमैन राष्ट्रीय बाल अधिकार व संरक्षण आयोग नई दिल्ली से करें और उसकी प्रति मंच को भी दें। मंच उनकी पूरी मदद करेगा। प्रदेश महासचिव कैलाश शर्मा ने कहा है कि मंच की ओर से यह अभिभावक जागरूक अभियान आगे जारी रहेगा जिसके तहत प्रत्येक प्राइवेट स्कूल के पेरेंट्स,उनकी पेरेंट्स एसोसिशन से बातचीत करके उन्हें नियम कानूनों की जानकारी प्रदान की जाएगी।