November 15, 2024

निजी स्कूलों में दाखिला न होने से परेशान 134 ए के विद्यार्थियों के अभिभावक पहुंचे जिला शिक्षा विभाग कार्यालय

Faridabad/Alive News : शिक्षा का अधिकार अधिनियम 134ए के तहत छात्रों को एडमिशन देने में निजी स्कूल संचालक आनाकानी करते हुए नजर आ रहे है। आज अभिभावकों ने जिला उपायुक्त और जिला शिक्षा कार्यालय में प्रदर्शन किया। अभिभावकों ने बताया कि 134ए के तहत एडमिशन देने में निजी स्कूल संचालक आनाकानी कर रहे है और जानकारी देने की बजाय उन्हें गुमराह भी कर रहे हैं।

दरअसल, शिक्षा का अधिकार अधिनियम के तहत एडमिशन के लिए अभिभावकों को निजी स्कूल से लेकर जिला शिक्षा अधिकारी कार्यालय तक भटकना पड़ रहा है। शिक्षा विभाग ने आधा सत्र बीत जाने के बाद शिक्षा का अधिकार अधिनियम 134ए के तहत एडमिशन प्रक्रिया शुरू की। प्रक्रिया शुरु होने के बाद करीब तीन बार रजिस्ट्रेशन की भी समय सीमा बढ़ाई गई। समय सीमा बढ़ाने के बाद भी तय सीटों की तुलना में कम छात्रों ने 134ए में रजिस्ट्रेशन कराया। परीक्षा के बाद छात्रों को सीट अलॉट की गई।

अभिभावकों का कहना है कि निजी स्कूल संचालकों ने अपनी मनमानी शुरु कर दी और एडमिशन देने की बजाय अभिभावकों को परेशान करना शुरू कर दिया। कुछ स्कूल संचालकों द्वारा अभिभावकों को एडमिशन देने से मना किया गया है जिसकी शिकायत अभिभावकों ने जिला शिक्षा कार्यालय में भी की है परंतु विभाग की ओर से अभी तक कोई कार्यवाही नहीं की गई है।

जिला शिक्षा कार्यालय में प्रदर्शन कर रहे अभिभावक गुलशन ने बताया कि निजी स्कूल संचालक की वजह से काफी दिक्कत हो रही है। सुबह करीब 9 बजे से अभिभावक जिला शिक्षा कार्यालय पहुंचे और शिक्षा कार्यालय में तैनात कर्मचारियों से अपनी बात कही। कर्मचारियों ने अभिभावकों को बेरुखी से कार्यालय से भगा दिया।

जिला शिक्षा कार्यालय में अभिभावकों की भीड़ देखकर उनकी समस्या पर कार्यवाही करने की बजाय जिला मौलिक शिक्षा अधिकारी मुनेश चौधरी अपनी सरकारी गाड़ी से कार्यालय से निकल गई। जानकारी के मुताबिक अपनी समस्या लेकर आए अभिभावकों में अधिकाशत: छात्र पहली से पांचवी तक के थे, नौवीं से बारहवीं तक के केवल चार छात्र थे। नियमानुसार जिला मौलिक शिक्षा अधिकारी मुनेश चौधरी को अभिभावकों की इस पर सुनवाई करनी थी। परंतु जिला मौलिक शिक्षा अधिकारी महोदया सुनवाई करने की बजाय चुपचाप वहां से निकल गई। दोपहर करीब दो बजे जांच टीम की मीटिंग समाप्त कर कार्यालय पहुंची जिला शिक्षा अधिकारी ने अभिभावकों की बात सुनी।

शिक्षा अधिकारी ने अभिभावकों को दिया कार्यवाही का आश्वासन
मैंने सभी अभिभावकों की बात सुनी है सभी की समस्या का समाधान जल्द कर दिया जाएगा जो भी निजी स्कूल विभाग के आदेशों की अवहेलना करता है उस पर कार्यवाही की जाएगी।
-जिला शिक्षा अधिकारी रितु चौधरी