November 16, 2024

अभिभावक मंच ने सरकार व जनप्रतिधियों को दिया 31 जुलाई तक का अल्टीमेटम

Faridabad/Alive News

हरियाणा अभिभावक एकता मंच ने सरकार वह जनप्रतिधियों को 31 जुलाई तक का अल्टीमेटम देते हुये ऐलान किया कि अगर इस समय अवधि में निजी स्कूल प्रबंधकों द्वारा की जा रही गैरकानूनी मदांे में वसूली जा रही फीस को रोंकने के लिये कोई ठोस कार्यवाही नहीं की तो अगस्त मांह में अभिभावक प्रर्दषन करते हुये उनका पुतला फुकेंगे। यह निर्णय आज मंच के बैनर तले तैरापंथ भवन, सैक्टर-10 में आयोजित अभिभावक हल्लाबोल रैली में लिया गया। इस रैली में अभिभावक सूबह 8 बजे से ही षहर के चारों ओर से षहर में प्रर्दषन करते हुये तैरापंथ भवन पहुचे। अभिभावकों में सरकार व निजी स्कूल प्रंबधकों की सांट-गांठ के खिलाफ गुस्सा देखते ही बन रहा था। रैली में महिलों की संख्या प्रभावषाली रही। अभिभावकों ने कड़े तैवरों के साथ स्कूल प्रबंधकों को चैतावनी दी अब उनकी मनमानी बर्दाष्त नहीं की जायेगी और अब किसी प्रबंधक ने कानूनी फीस जमा करने का बाद भी किसी बच्चें का नाम काटा या उसके बच्चें को प्रताड़ना की तो उस स्कूल के खिलाफ जोरदार तरीके से हल्ला बोला जायेगा। रैली में 31 स्कूलों की पैरन्ट एसोसिएषन व सर्व कर्मचारी संघ, हरियाणा, सी.आई.टी.यू व अन्य कई समाजिक संगठनों व आरडब्लुए के प्रतिनिधियों ने भाग लिया। रैली की अध्यक्षता प्रदेष अध्यक्ष एडवोकेट ओ पी षर्मा व मंच संचालन मुख्य प्रंबधक आई डी षर्मा ने किया।

हल्ला बोल रैली में पारित 21 सूत्रीय मांगपत्र को मुख्यमंत्री व शिक्षा निदेशक के पास भेजकर, उस पर उचित कार्यवाही की मांग की जायेगी। मांगपत्र पर कार्यवाही ना होने पर 12 सितम्बर 2016 को शिक्षा निदेशक कार्यालय पर धरना प्रदर्शन किया जाएगा और उसके बाद भी कोई कार्यवाही ना की गई तो मुख्यमंत्री के कैम्प निवास करनाल पर राज्य स्तरीय धरना प्रदर्शन किया जाएगा। शिक्षा के व्यापारीकरण पर पूरी तरह से रोक लगाने व सरकारी स्चूलों की दशा में सुधार लाने की मांग के समर्थन में प्रत्येक विधानसभा क्षेत्र में हस्ताक्षर अभियान चलाएगा और उसे राज्यपाल महोदय के पास भेजा जाएगा। शिक्षा जाये। रैली में यह भी फैसला लिया नियमावली में निजी स्कूल प्रन्धकों द्वारा नियमों के उल्लंघन पर कठोर सजा का प्रावधान नहीं है, इसलिए शिक्षा नियमावली में परिवर्तन करके कठोर सजा का प्रावधान किया गया कि आगामी नगर निगम चुनावों में मंच अपनी सक्रिय भूमिका निभायेगा। बैठक में मुख्य वक्ता के रूप में सर्व कर्मचारी संघ के पूर्व महासचिव व षिक्षाविद सत्यपाल सिवाच ने अपने उद््घोशण में कहा कि हरियाणा सरकार प्राईवेट षिक्षा को बठावा देने के लिये सांट-गांठ के तहत सरकारी षिक्षा को बर्बाद करने पर तुली हुई है और पूरे तौर पर षिक्षा के व्यवसायीकरण के बढ़ावा दे रही है।

दिल्ली से आये एनजीओ जस्टिस फाॅर आॅल के सलाहकार खगेष झा ने दिल्ली में अभिभावकों को मिली कानूनी जीत के बारे में महत्वपूर्ण जानकारी दी। रैली को मंच के संरक्षक सुभाश लांबा, प्रदेष महासचिव कैलाष षर्मा, जिला अध्यक्ष एडवोकेट षिव कुमार जोषी, जिला सचिव डा मनोज षर्मा, लायर्स फाॅर एजुकेषन के अध्यक्ष पंकज पाराषर ने भी संबोधित करते हुये अभिभावकों से कहा कि अभिभावक एकजुट व जागरूक होकर आगे बढ़े। अभिभावक अब जाग गया है और मंजिल पाने तक मंच का आंदोलन व जन जागरण अभियान आगे तक जारी रहेगा।

रैली को सफल बनाने में पेरेंट्स एसोसिएशन रयान, द्रोणाचार्य, मानव रचना, हरमन मायनर, आइषर, जीवा, मार्डन, एपीजे, एमवीन, मार्डन डीपीएस, आईषर, ग्राड कोलंबस, जीवा, हरमन, द्रोणाचार्य, डीएवी, एपीजे, सैन्ट जोनस्् आदि के पदाधिकारी ओमबीर सिंह, रमेश राणा, तेजेन्द्र सिंह, अतुल बंसल, ष्वेता मक्कड़, संजीव पजनी, चंचल, साक्षी, नरेष तोमर, सुरेन्द्र अदलखा, करण सिंह, नितिका, निति, राजन त्यागी, एडवोकेट वी एस विरदी, जसराज कौर, नरेष षर्मा, प्रवीण षर्मा, संजीव पजनी, ष्वेता, अंजु पंवास, चंचल, वेदप्रकाश, पंकज मक्कड़, देवनंदन, गिरीष कुलकरणी, कपिल गांधी आदि की विषेश भूमिका रही। रैली में सीटु के जिला प्रधान निरंतर पाराषर, सर्व कर्मचारी संघ के मुख्य संगठनकर्ता विरेन्द्र डंगवाल, जिला प्रधान अषोक कुमार, मंच के जिला सचिव गुड़गांव रामफल जांगणा, सैक्टर-3 आरडब्लुएफ के सचिव रतनलाल राणा, रिटायरर्ड कर्मचारी संघ के जिला प्रधान नवल सिंह नरवत आदि उनस्थित थे।