फरीदाबाद : शारीरिक रूप से अक्षम खिलाड़ी भी अपने अनूठे जज्बे व साहस के बल पर सामान्य खिलाडिय़ों की तरह ही विजय हासिल करके सक्षम दिखाई देते हैं, अत: वे अपनी हिम्मत को सदैव बरकरार बना कर रखें। यह उद्गार हरियाणा के खेल एवं युवा कार्यक्रम विभाग के निदेशक डॉ.जगदीप सिंह ने आज यहां स्थानीय सैक्टर-12 स्थित हरियाणा राज्य खेल परिसर में शुरू हुई ‘तीन दिवसीय हरियाणा राज्य पैरालम्पिक कम्पीटिशन फॉर फिजीकली चैलेंज्ड पर्सन्स(अन्डर एण्ड अबव-19 ब्वॉयज व गल्र्ज)’ के उदघाटन समारोह को बतौर मुख्यातिथि सम्बोधित करते हुए प्रकट किए।
उन्होंने विधिवत ध्वजारोहण एवं घोषणा करके इस राज्य स्तरीय प्रतियोगिता का उदघाटन किया। खिलाड़ी राकेश ने सभी प्रतिभागी खिलाडिय़ों को खेल भावना से खेलने की शपथ दिलाई। इस प्रतियोगिता के तहत दौड़, जैवलिन थ्रो, लम्बी कूद, डिस्कस थ्रो व शॉट पुट आदि स्पर्धाओं में हरियाणा के सभी 21 जिलों से लगभग 300 खिलाड़ी भाग ले रहे हैं।
डॉ. जगदीप सिंह ने कहा कि पैरालम्पिक वर्ग के होनहार खिलाडिय़ों के शानदार अन्तर्राष्ट्रीय स्तर के प्रदर्शन के फलस्वरूप भी हरियाणा प्रदेश का नाम ऊँचा हुआ है। अब हरियाणा सरकार इस वर्ग के खिलाडिय़ों को भी नौकरी, पुरूस्कार राशि व अन्य सभी प्रकार की आवश्यक एवं सम्बन्धित सुविधाओं में सामान्य वर्ग के खिलाडिय़ों के बराबर का ही दर्जा दे रही है।
इस अवसर पर पलवल के जिला खेल एवं युवा कार्यक्रम अधिकारी अशोक सैनी, पैरालम्पिक कान्फैडरेशन ऑफ हरियाणा के सचिव एवं जाने माने पैरालम्पिक अन्तर्राष्ट्रीय विजेता धावक गिर्राज यादव, संयुक्त सचिव प्रमोद कुमार व रवि चौहान, खेल प्रशिक्षक जॉन डेविड, सोहनलाल, धर्मेन्द्र, मैरी मसीह, सुनीता मल्हान, कृष्ण कुमार व भीमसेन सहित कई अन्य कोच, अधिकारी, खेल प्रेमी एवं गणमान्य व्यक्ति भी उपस्थित थे।