May 12, 2024

पंडित दीनदयाल उपाध्याय सामूहिक पशुधन बीमा योजना फिर शुरू

Faridabad/Alive News: पशुपालकों के लिए खुशखबरी है कि पंडित दीन दयाल उपाध्यक्ष सामूहिक पशुधन बीमा योजना फिर शुरू हो गई है। डीसी जितेंद्र यादव ने यह जानकारी देते हुए बताया कि योजना के तहत अब पशुपालक 25 रूपए से लेकर 300 रूपए का प्रीमियम देकर अपने बडे पशुओं जैसे गाय, भैंस के साथ-साथ छोटे पशुओं का भी बीमा करवा सकेगें। वहीं गौशालाए भी 5 पशुओं का बीमा करवा सकती है। राष्ट्रीय पशुधन मिशन व प्रदेश सरकार के सांझा कार्यक्रम के अनुसार पूर्व में चलाई गई। इस योजना में पिछले 3 वर्षो में 3 लाख से अधिक पशुपालकों ने 6.40 लाख पशुओ का बीमा करवाया था जो एक रिकार्ड है।

पशुओं की अचानक मौत होने पर मिलने वाली आर्थिक मदद के रूप में अब तक 42 करोड़ रूपए की राशि बीमा कलेम में दी जा चुकी है। नई बीमा पॉलिसी के अनुसार पशुओं का दो प्रकार से वर्गीकरण किया गया हैै, जिसमें बड़े छोटे पशु शामिल रहेगें। बड़े पशुओं में गाय, भैस ,झोटा, सांड, घोडा, ऊट, खच्चर, बैल इत्यादि शामिल है, जबकि छोटे पशुओं में भेड़, बकरी व खरगोश का बीमा करवा सकता है। एक यूनिट में एक बडा पशु और 10 छोटे जानवर शामिल होगें।

पशुपालन एवं डेरिंग विभाग के उपनिदेशक डा0 इक़बाल ने बताया कि हरियाणा पशुधन विकास बोर्ड व न्यू इंडिया इंश्योरेंस कंपनी की ओर से पशुओं का वर्ष का बीमा होगा, जिसमें बीमा की राशि का 1.49 प्रतिशत की दर से प्रीमियम लिया जाएगा। अनुसूचित जाति के पशुपालकों के लिए फ्री बीमा रहेगा। बड़े पशुओं के लिए 100 रूपए से लेकर 300 रूपए तक प्रीमियम राशि देकर दुग्ध अनुसार श्रेणी अनुसार बीमा होगा, जबकि छोटे जानवरों के लिए मात्र 25 रूपए खर्च करने होंगे। यदि पशुपालक चाहे तो आगामी 3 वर्ष के लिए बीमा करवा सकता है।

योजना के अनुसार पशु की आस्मिक या दुर्घटना में हुई मौत को कवर किया जाता है। बीमा होने के 21 दिन बाद यह योजना लागू होती है। हालांकि पशु चोरी होने पर कोई क्लेम नहीं होगा। एक पालक बडे पशुओं की दूध क्षमता एवं आयु के आधार पर 50 हजार से लेकर अधिकतम 88 हजार रूपए तक, जबकि छोटे पशुओं या जानवरों की मौत पर अधिकतम 10 हजार से 20 हजार रूपए क्लेम राशि का दावा कर पशु चिकित्सक की रिपोर्ट अनुसार कर सकेगा।

पशुपालकों के हितों में दुबारा शुरू की गई योजना पिछले करीब एक वर्ष से यह योजना बंद थी, लेकिन प्रदेश सरकार के प्रयास से दोबारा शुरू किया गया है, जिसका पशुपालकों को बहुत फायदा मिलेगा। इससे पूर्व पशु डेयरी संचालकों व घरों में पशु पालने वाले लोगों को पशुओं का बीमा करवाने के लिए 4 से 5 हजार रूपए प्रति पशु तक खर्च करने पड रहे थे, लेकिन अब 100 से 300 रूपये के मात्र खर्च से जोखिम कवर हासिल किया जा सकेगा।