November 16, 2024

विश्व मातृभाषा दिवस पर ‘भाषण व पेंटिंग प्रतियोगिताएं’ आयोजित

Faridabad/Alive News : राजकीय आदर्श वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय, सराय ख्वाजा में जूनियर रेडक्रास व सेंट जान एबुंलैंस बिग्रेड ने प्राचार्या नीलम कौशिक की अघ्यक्षता में विश्व मातृभाषा दिवस के उपलक्ष्य में बिग्रेड अधिकारी रविन्द्र कुमार मनचन्दा ने भाषण तथा पेंटिंग प्रतियोगिताओं का आयोजन किया। विद्यालय के अंग्रेजी प्रवक्ता रविन्द्र कुमार मनचन्दा नेे बताया कि यूनेस्कों ने 21 फरवरी 1999 को मातृभाषा दिवस मनाने की संस्तुति की थी सिर्फ मातृ शब्द से इस का सही अर्थ और भाव समझने में हमेशा दिक्कत हुई है, मातृभाषा बहुत पुराना शब्द नही है मगर इसकी व्याख्या करते हुए लोग अक्सर इसें बहुत प्राचीन मान लेते है।

हिन्दी का मातृभाषा शब्द वास्तव में अंग्रेजी के मदरटंग मुहावरे का शाब्दिक अनुवादक है। बच्चे का जहां शैशव बीतता है उसी माहौल में जननी भाव है जिस परिवेश में वह गढा जा रहा है जिस भाषा के माध्यम से वह अन्य भाषाएं सीख रहा है जहां विकसित पल्लवित हो रहा है वहीं महत्वपूर्ण है मातृ शब्द की पुरातनता स्थापित करने वाले ऋग्वेदकालीन एक सुभाषित का अक्सर हवाला दिया जाता है। मातृभाषाए संस्कृति और मातृभूमि ये तीनों सुखकारिणि देवियां स्थिर हो कर हमारे हृदयासन पर विराजें। मातृभाषा हिन्दी को भारतीय संविधान में संवैधानिक रुप से 1949 में देवनागरी लिपि के साथ भारत की राजभाषा घोषित किया गया। राजभाषा प्रचार समिति की संस्तुति पर सितम्बर में संपूर्ण भारत में हिन्दी दिवस के रुप में मनाया जाता है।

भारत की नई पीढी भले ही अंग्रेजीे को तवज्जो दे रही हो लेकिन पूरे विश्व में हिन्दी की महता साल दर साल बढ़ रही है। आज हिन्दी भाषा पूरी दुनिया के माथे पर बिन्दी की तरह चमक रही है। मनचन्दा ने कहा कि मातृभाषा हिन्दी के प्रयोग को बढावा देना हम सब की जिम्मेदारी है। इस अवसर पर बच्चों ने हमारी मातृभाषा हिन्दी की उपयोगिता और चलन पर तथ्य प्रस्तुत किए तथा हिन्दी की उपयोगिता का आभास करा के सभी का मन मोह लिया, संवाद तथा आम भाषा की बोली के रुप में हिन्दी का बखान किया।

प्राचार्या नीलम कौशिक ने कहा कि हिन्दी में रोजगार के बहुत लुभावने अवसर है रविन्द्र कुमार मनचन्दा, वरिष्ठ प्राघ्यापिका रेनु शर्मा, बिजेन्द्र सिंह और ब्रहम्देव यादव ने छात्रों को मातृभाषा हिन्दी के प्रचार एवम प्रसार के लिए विशेष रुप से प्रयास करने के लिए पे्ररित किया। भाषण तथा पेंटिंग में साक्षी, को प्रथम, रेणु, को द्वितीय व शिशिर, को तीसरा घोषित कर पुरस्कार दे कर सम्मानित किया।