Palwal/Alive News : सिविल सर्जन डा. ब्रह्मदीप ने बताया कि ई-संजीवनी ऐप पर डॉक्टर्स द्वारा मेडिकल सुविधा प्रदान की जा रही है। डॉक्टर ब्रह्मदीप ने बताया कि जिला पलवल में ही संजीवनी ऑनलाइन एप द्वारा लोगों को बीमारियों के संबंध में परामर्श दिया जा रहा है और बहुत लोग ऑनलाइन परामर्श ले भी रहे हैं। कोरोना काल में लोगों को इससे अधिक लाभ मिल रहा है। इस घड़ी में लोगों को घर से बाहर निकले बिना ही ऑनलाइन ऐप ई-संजीवनी द्वारा ईलाज मिलना संभव हो पाया है। ई-संजीवनी ऑनलाइन ऐप पर एक दिन में मरीजों ने अलग-अलग डॉक्टर्स से परामर्श लिया। एक दिन में 47 लोगों ने प्रदेश के विभिन्न जिलो से पलवल जिले के डॉक्टर्स से परामर्श प्राप्त किए।
सिविल सर्जन ने बताया कि संक्रमण को रोकने के लिए स्वास्थ्य विभाग की ओर से ई-संजीवनी ओपीडी चलाई जा रही है। इसके लिए प्रदेश के सभी जिलों का शेड्यूल जारी किया गया है। सभी जिलों में सप्ताह के सातों दिन ई-संजीवनी पर काम होगा। इस दिन 24 घंटे लोग ई-संजीवनी के माध्यम से इलाज ले सकेंगे। डॉक्टर ब्रह्मदीप का कहना है कि इस ओपीडी को शुरू करने का विभाग का मुख्य उद्देश्य अस्पतालों में बढ़ रही भीड़ को कम करना है। अब कोरोना का संक्रमण कम है, लेकिन लोगों की लापरवाही बढ़ रही है। बिना मास्क ही लोग लाइनों में नजर आते हैं। ऐसे में स्वास्थ्य विभाग में इस ओपीडी को शुरू कर लोगों से अपील की गई है कि अस्पताल में तभी आए जब बहुत जरूरत हो अन्यथा ई-संजीवनी के माध्यम से इलाज लें। इससे फोन कॉल या वीडियो कॉल कर मरीज इलाज ले सकते हैं। इसके लिए स्मार्टफोन में ई-संजीवनी ऐप डाउनलोड करना होगा। प्रदेश के किसी भी जिले का व्यक्ति इसका लाभ उठा सकता है।
इनकी लगाई गई ड्यूटी
उन्होंने बताया कि आर.पी. कॉलोनिया, डा. दिव्या, डा. उमा, मनोज शर्मा, प्रांजल धीर, जगत सिंह, कौशल गर्ग की ई-संजीवनी ऐप पर लोगों को परामर्श प्रदान करने के लिए ड्यूटी लगाई गई है। सिविल सर्जन ने बताया कि स्वास्थ्य विभाग की ओर 6 चिकित्सकों की ड्यूटी लगाई गई है, जो 24 घंटे प्रदेश भर के मरीजों को परामर्श देंगे। स्वास्थ्य विभाग की ओर से डॉक्टर्स की ओपीडी को लेकर इस संबंध में शेड्यूल जारी किया गया है।