Faridabad/Alive News : जे.सी. बोस विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय, वाईएमसीए, फरीदाबाद के सिविल इंजीनियरिंग विभाग द्वारा रिसर्च राइटिंग एंड प्रोफेशनल एथिक्स पर एक सप्ताह तक चलने वाले फैकल्टी डेवलपमेंट प्रोग्राम (एफडीपी) प्रारंभ हो गया। कार्यक्रम का उद्घाटन कुलपति प्रो. दिनेश कुमार ने किया।
इस अवसर पर बोलते हुए प्रो. दिनेश ने गुणवत्तापूर्ण शोध पर जोर दिया और प्रतिष्ठित पत्रिकाओं में शोध प्रकाशन के महत्व के बारे में बताया। अपने संबोधन में उन्होंने अनुसंधान और बहु-विषयक अनुसंधान के उभरते क्षेत्र पर काम करने की आवश्यकता पर भी प्रकाश डाला।
राष्ट्रीय प्रौद्योगिकी संस्थान, जालंधर में उद्योग और अंतर्राष्ट्रीय मामलों के डीन, प्रो. आर. के. गर्ग ने गुणवत्तापूर्ण शोध से संबंधित विभिन्न मुद्दों पर चर्चा की। उन्होंने कोविड-19 की तीसरी लहर के पूर्वानुमान मॉडल और इसके प्रभाव को कम करने के लिए विभिन्न एजेंसियों द्वारा काम करने का उदाहरण दिया। उन्होंने कहा कि गुणवत्तापूर्ण शोध पर फैकल्टी डेवलपमेंट प्रोग्राम का आयोजन इंजीनियरिंग और विज्ञान के शिक्षकों और शोधार्थियों के लिए लाभकारी होगा तथा उन्हें गुणवत्तापूर्ण शोध और प्रकाशन के लिए प्रेरित करेगा।
डीन (एफईटी) प्रो. एमएल अग्रवाल ने फैकल्टी डेवलपमेंट प्रोग्राम के बारे में जानकारी दी। उन्होंने बताया कि देश भर के 14 राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों के 152 प्रतिभागी कार्यक्रम में भाग ले रहे हैं। कार्यक्रम का संचालन सिविल इंजीनियरिंग विभाग के संकाय सदस्य डॉ विशाल पुरी और डॉ रजनी सग्गू द्वारा किया जा रहा है।