Palwal/Alive News : पेयजल की शुद्धता जांचने के लिए अब नगरों और महानगरों की लैब में भाग दौड़ करने की जरूरत नहीं रहेगी। फील्ड टेस्टिंग किट के माध्यम से पानी की गुणवत्ता को दर्पण की तरह साफ करेगी।
जन स्वास्थ्य अभियंत्रिकी विभाग की जिला सलाहकार कुसुम जांगड़ा ने बताया कि सक्षम युवाओं के माध्यम से ग्रामीण स्तर पर पानी की शुद्धता जांच करने के लिए फील्ड टेस्टिंग किट बाटी जाएंगी। उन्होंने बताया कि आज पेयजल की गुणवत्ता जांचने के संबंध में जन स्वास्थ्य अभियंत्रिकी पलवल के कार्यालय में को एक दिवसीय कार्यक्रम आयोजित किया गया। इस कार्यक्रम में सक्षम युवाओं को बारीकी तौर पर फिल टेस्टिंग किट के माध्यम से टेस्ट करना सिखाया गया ताकि वह सही तरीके से ग्रामीण क्षेत्र में लोगों को पानी की गुणवत्ता के प्रति जागरूक कर सके। साथ ही ग्रामीण स्तर पर ग्राम पंचायत स्कूल टीचर आंगनवाड़ी वर्कर आशा वर्कर वह ग्राम वासियों फील्ड टेस्टिंग किट के माध्यम से टेस्ट करना बताया जाएगा।
उन्होंने बताया कि किट में पानी डाल कर रखने के बाद 30 से 35 डिग्री तापमान पर 12 से 24 घंटे में पानी की गुणवत्ता का प्रमाण मिल जाएगा। किट में डालने के बाद पानी काला हो गया तो वह पीने योग्य नहीं है। उन्होंने बताया कि यदि आपके द्वारा जांची गई किट से पानी की गुणवत्ता यदि सही नहीं मिलती है तो आप अपने पानी की जांच जिला स्तर पर जन स्वास्थ्य अभियंत्रिकी विभाग की लैब में भी करवा सकते हैं। ग्रामीण स्तर पर जल एवं सीवरेज समिति के सदस्यों को भी फील्ड टेस्टिंग किट के माध्यम से पानी की गुणवत्ता की जांच करना बताया जाएगा।
इस अवसर पर ब्लॉक रिसोर्स कोऑर्डिनेटर संजय कुमार पृथ्वी पाल मंजू रानी व विश्वास और मुख्य रूप से सक्षम युवा उपस्थित रहे।