November 17, 2024

एक दिवसीय ऑनलाइन योग कार्यशाला का आयोजित

Faridabad/Alive News: अग्रवाल महाविद्यालय बल्लबगढ़ द्वारा “समर्पण योग क्लब” के संयुक्त तत्वावधान में आज एक ऑनलाइन योग कार्यशाला का आयोजन किया गया। जिसका विषय “योग प्राणायाम एवं यज्ञ के द्वारा कोरोना से बचाव” रहा। कार्यशाला का आरंभ वैदिक मंत्रों के उच्चारण के साथ किया गया। इसके पश्चात कार्यक्रम के संयोजक डॉक्टर आरपी शर्मा ने सभी का स्वागत अभिनंदन करते हुए कार्यक्रम की कमान योग प्रशिक्षक श्याम आर्य के हाथों में दी।

श्याम आर्य ने कोरोना किस प्रकार शरीर पर आक्रमण करता है और किस प्रकार व्यक्ति से समाज में तेजी से फैल जाता है इस पर प्रभावशाली विस्तृत व्याख्या को पीपीटी के माध्यम से रोचक व सरल तरीके से प्रस्तुत किया। इसके अतिरिक्त मकरासन में लेटने से शरीर का गिरा हुआ ऑक्सीजन का स्तर कैसे और कितना बढ़ जाता है इस पर वैज्ञानिक तथ्यों के आधार पर बातें बताई। वीडियो के माध्यम से कुशल योग विद्यार्थियों द्वारा योगासनों को भी दिखाया गया।

कार्यक्रम के मुख्य वक्ता के रूप में मौजूद डॉक्टर बांके बिहारी ने योग, प्राणायाम और यज्ञ पर आध्यात्मिक चर्चा करते हुए अनुलोम -विलोम, भस्त्रिका ,उज्जाई ,भ्रमरी व प्राणायाम जैसे लाभकारी योग की व्याख्या और यज्ञ जैसे गोनिक विषय पर मार्गदर्शन करते हुए बताया की यज्ञ में आहुति रूप में डाली गई वस्तुएं 100 गुना होकर हमें लाभ पहुंचाती हैं।अनेक जड़ी बूटियों की जानकारी द्वारा कार्यशाला में उपस्थित सैकड़ों लोग उनके द्वारा लाभान्वित हुए।

कार्यक्रम के अध्यक्ष एवं महाविद्यालय प्राचार्य डॉक्टर कृष्ण कांत गुप्ता ने सभी का अपने आशीर्वचन द्वारा मार्गदर्शन का कार्य किया। सहयोगी भाव रखना और नकारात्मकता से दूर रहने पर विशेष जोर देते हुए उन्होंने कहा की सभी घरों में सुरक्षित रहें एवं आश्वासन दिया कि समय-समय पर महाविद्यालय योग द्वारा जन जागरण का प्रयास करेगा जिससे अनेकों भ्रांतियों को खत्म कर सकारात्मक सोच का संचय किया जा सके।

कार्यक्रम का समापन डॉक्टर आरपी शर्मा द्वारा किया गया। कार्यक्रम में विशेष रूप से हरियाणा स्टेट योगा एसोसिएशन के ऑर्गेनाइजिंग सेक्रेट्री अरिंदम मित्रा मौजूद रहे। इसके अतिरिक्त कार्यक्रम की उपसंयोजिका श्रीमती मधु सिंगला एवं पंकज पराशर अन्य विभागों के विभाग विभाग अध्यक्ष व वरिष्ठ प्रवक्ताओं की मौजूदगी में यह कार्यशाला सफलतापूर्वक संपन्न रही।