Faridabad/Alive News : अंतर्राष्ट्रीय मानवाधिकार दिवस के उपलक्ष्य में जे.सी. बोस विश्वविद्यालय में भाषण, कविता पाठ, पोस्टर मेकिंग प्रतियोगिता, नुक्कड-नाटक, जागरूकता रैली और विशेषज्ञ व्याख्यान सहित विभिन्न जागरूकता कार्यक्रमों का आयोजन किया। इन आयोजनों में छात्रों की भागीदारी उत्साहजनक रही। उल्लेखनीय है कि लोगों के सामाजिक, सांस्कृतिक और मानवीय अधिकारों को लेकर जागरूकता लाने के दृष्टिगत प्रतिवर्ष 10 दिसंबर को अंतर्राष्ट्रीय मानवाधिकार दिवस मनाया जाता है। इस वर्ष आयोजन का विषय मानवाधिकारों को बढ़ावा देने के लिए समानता को प्रोत्साहन देकर असमानताओं को कम करने पर केन्द्रित है।
मानव अधिकारों से संबंधित विभिन्न मुद्दों पर लोगों को जागरूक करने के लिए विश्वविद्यालय के कम्युनिकेशन एवं मीडिया टेक्नोलाॅजी विभाग ने एक पोस्टर प्रदर्शनी का आयोजन किया, जिसका उद्घाटन कुलसचिव डॉ. एस. के. गर्ग ने किया। इस अवसर पर विभाग के अध्यक्ष प्रो. अतुल मिश्रा, डॉ. पवन कुमार मलिक, प्रो. संदीप ग्रोवर, प्रो.कोमल कुमार भाटिया और विश्वविद्यालय के अन्य वरिष्ठ अधिकारी भी उपस्थित थे।
इस अवसर पर बोलते हुए डॉ. गर्ग ने कहा कि यह प्रशंसनीय है कि छात्रों के हित में कम्युनिकेशन एवं मीडिया टेक्नोलाॅजी विभाग समय-समय पर इस तरह के आयोजन करता रहा है। मानवाधिकार दिवस सार्वभौमिक मानवाधिकारों के प्रोत्साहन और संरक्षण के लिए समर्पित है। उन्होंने कहा कि प्रत्येक व्यक्ति को न केवल अपने अधिकारों के प्रति सचेत रहना चाहिए। बल्कि दूसरों के अधिकारों की भी रक्षा और सम्मान भी करना चाहिए। उन्होंने कार्यक्रम की सफलता के लिए विभाग को बधाई दी और छात्रों के उज्ज्वल भविष्य की कामना की।
कुलपति राज नेहरू ने मानव अधिकार दिवस के अवसर पर विभिन्न कार्यक्रम आयोजित करने और सामाजिक मुद्दों पर जागरूकता बढ़ाने के लिए संचार और मीडिया प्रौद्योगिकी विभाग द्वारा किए गए प्रयासों की सराहना की। दूसरे स्थान पर बीजेएमसी की अंशिका और बीएससी एनिमेशन के राहुल कुमार तीसरे स्थान पर रहे। बीएससी की आंचल, एनिमेशन, एमएजेएमसी की महक माहेश्वरी और एमएससी माइक्रो बायोलॉजी की रिंकी चौधरी को सांत्वना पुरस्कार दिया गया।
कार्यक्रम के दौरान सामाजिक कार्य पाठ्यक्रम के विद्यार्थियों द्वारा पोस्टर प्रदर्शनी के साथ बनाया गया सेल्फी प्वाइंट आकर्षण का केंद्र रहा, जहां विद्यार्थियों के साथ-साथ अतिथियों ने भी सेल्फी ली। मानव अधिकारों से संबंधित मुद्दों के बारे में लोगों को जागरूक करने के लिए सामाजिक कार्य के छात्रों द्वारा जागरूकता रैली भी निकाली गई।