Faridabad/Alive News: जल्दी कमाई के लालच में अब जिले की महिलाएं भी नशे का कारोबार करने लगी हैं। पहले इस काम में केवल पुरुष ही जुड़े रहते थे। मोटी कमाई और कानूनी बचाव को देख महिलाएं नशे की अवैध तस्करी करने लगी हैं। मिली जानकारी के अनुसार मच्छी मार्केट में अब महिलाओं के तीन गिरोह काम कर रहे हैं। सभी अपने गुर्गों के माध्यम से गांजा बिकवा रही हैं।
हाल ही में पुलिस ने छह से ज्यादा मामले ऐसे पकड़े हैं जिसमें गांजा बेचने में महिला शामिल रही हैं। बिजेंद्र उर्फ लाला की मां को क्राइम ब्रांच ने नशे का धंधा करने के आरोप में पकड़ा था। सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक सेक्टर-22 मच्छी बाजार, बल्लभगढ कलंदर कालोनी, अज्जी कालोनी और संत नगर सहित एनआइटी जैसे इलाके में भी महिलाएं नशे की तस्करी कर रही हैं।
दरअसल, महिलाओं को कानून की पेचीदगियों का फायदा मिल जाता है। इसलिए वे नशीले पदार्थों की तस्करी में आगे आ रही हैं। नशीले पदार्थ की धरपकड़ के लिए पुलिस या क्राइम ब्रांच अकेले रेड नहीं कर सकती। पुलिस को जब संदिग्ध की सूचना मिलती है तो ड्यूटी मजिस्ट्रेट को साथ लेती है। उनकी उपस्थिति में ही पकडे गए गांजे या अन्य प्रतिबंधित नशे के सामान की जांच की जाती है। आरोपित यदि महिला हो तो रेडिग पार्टी के साथ महिला अधिकारी का होना आवश्यक है।
अदालत से रिमांड पर लेकर पूछताछ के दौरान भी महिला पुलिसकर्मी ही उससे पूछताछ करेगी। सीआरपीसी के तहत महिला, बुजुर्ग, किशोर और मानसिक रूप से विक्षिप्त आरोपित को जमानत देने के निर्देश दिए गए हैं। इससे बचने के लिए पुलिस महिला आरोपित को पकड़ते ही अदालत में पेश कर जेल भेज देती है। महिला को आसानी से जमानत मिल जाती है और वह दोबारा से नशे के काम पर लग जाती है। कानून की बारीकियां जानकर महिलाएं इस ओर आ रही है।