March 16, 2025

अब शहर की सरकार बनेगी विकास कार्यों के फैसले में भागीदार

Faridabad/Alive News: नगर निगम पिछले ढाई साल से बिना सदन के चलता आ रहा है, अब चुनाव नतीजे आने के बाद से विकास कार्यो की रफ्तार बढ़ेने की उम्मीद है। पार्षद द्वारा बड़े प्रोजेक्ट को सदन में पास कराकर उन पर काम शुरू हो सकेगा। बुधवार को हुई मतगणना के बाद औद्योगिक नगरी को 46 पार्षद और एक मेयर मिल गई है। ऐसे में छोटी छोटी समस्याओं के लिए निगम मुख्यालय के चक्कर काटने वाले लोगों को निजात मिल जाएगी। वह पार्षद के माध्यम से अपने कामों को करा सकेंगे।

जब से सदन भंग हुआ था तब से नगर निगम अधिकारी बड़े प्रोजेक्ट को लेकर एस्टीमेट बनाकर सरकार के पास भेजते आये हैं। मंजूरी मिलने के बाद काम शुरू किया जाता था। अब निगम सदन की बैठक में प्रस्ताव पास करके काम को शुरू किया जा सकेगा।

आचार संहिता हटने से यह काम भी होंगे शुरू आचार संहिता लगने की वजह से शहर के 50 करोड़ से अधिक के काम अटके हुए थे। अटके हुए कामों में डबुआ कालोनी में डेढ़ करोड़ की लागत से सीवर लाइन, करीब ढाई करोड़ की लागत से अलग- अलग गांव की चौपाल का काम और रोज गार्डन के सुंदरीकरण‍ का काम शामिल है।

इसके साथ नियमित हुई कालोनियों में पेयजल सप्लाई के लिए लाइन बिछाने का काम है। इन कालोनियों में निगम ने विकास शुल्क तो लेना शुरू कर दिया है, लेकिन उनमें अभी सुविधाएं नहीं दे पा रहा है। सीएम के आदेश पर निगम ने नियमित हुई कालोनी में सीवर और पानी की लाइन बिछाने को लेकर टेंडर लगाया था। अब इन कालोनियों में होने वाले विकास कार्य के वर्क आर्डर जारी हो सकेंगे। लोगों को पेरशानी का सामना नहीं करना पड़ेगा।

इन कामों को लेकर जारी होंगे वर्क आर्डर

  • एक करोड़ की लागत से वार्ड-नौ में इंटरलॉकिंग टाइल्स का काम
  • मोहनराम कालोनी में चार करोड़ की लागत से ड्रेन का निर्माण
  • तिलपत गांव में 20 लाख रूपये की लागत से सीवर लाइन डालने काम
  • वसुंधरा कालोनी में दो करोड़ की लागत से सीवर लाइन और ड्रेन का काम
  • खेड़ी कला गांव में सीवर लाइन डालने का काम
  • भांखरी गांव में 85 लाख की लागत से चौपाल का काम
  • नीलम चौक से ऐसी नगर तक बरसाती नाले का 13 लाख का काम

क्या कहना है अधिकारी का
अब मतगणना के बाद आचार संहिता हट चुकी है। इसलिए जिन काम के टेंडर लग चुके थे। अब उनके वर्क आर्डर जारी किए जाएंगे। ताकि लोगों को समस्याओं से राहत मिल सके।

  • स्वप्ननिल पाटिल, अतिरिक्त आयुक्त नगर निगम फरीदाबाद।