February 1, 2025

नई मुसीबत: कोरोना से ठीक हुए मरीजों में ब्लैक फंगस, 8 मरीजों की निकालनी पड़ी आंखें

New Delhi/Alive News: देश में कोरोना वायरस के साथ-साथ अब ब्लैक फंगस का भी खतरा बढ़ रहा है। गुजरात में इसके कई मामले सामने आए हैं। कोरोना से ठीक हुए मरीजों में ब्लैक फंगस देखा गया है। इन मामलों में काफी बढ़ोतरी हुई है क्योंकि गुजरात में कोरोना के मामले तेजी से बढ़े हैं। गुजरात के सूरत में म्यूकोरमाइकोसिस (ब्लैक फंगस) से आठ मरीजों ने अपनी आंख की रोशनी खो दी है। इसके बाद उन्हें अस्पताल में भर्ती करना पड़ा।

दरअसल, पिछले 15 दिनों में सूरत में म्यूकोरमाइकोसिस के 40 मामले सामने आए हैं। जिनमें से आठ मरीजों की आंख की रोशनी चली गई है। रिपोर्ट्स के अनुसार ये संक्रमण कोरोना की वजह से फैल रहा है। इसका इलाज हो सकता है। यदि समय पर इलाज नहीं हुआ तो मरीज की मौत भी हो सकती है। 

जानकारी के मुताबिक सूरत के अलावा मुंबई में भी एक 29 वर्षीय शख्स में म्यूकोरमाइकोसिस का संक्रमण देखा गया है। कोरोना से ठीक होने के बाद व्यक्ति में ब्लैक फंगस के लक्षण दिखने लगे और हाल ही में उनकी सर्जरी की गई है। मुंबई के अस्पताल में मौजूदा समय में म्यूकोरमाइकोसिस के 18 मरीज इलाज के लिए भर्ती हैं।

महाराष्ट्र में ब्लैक फंगस के कई मामले सामने आ गए हैं। जिसमें से कई लोगों का ऊपरी जबड़ा निकालना पड़ा और एक की आईबॉल ही नष्ट हो गई। ये इंफेक्शन नाक से शुरू होकर, जबड़े से होता हुआ दिमाग तक जाता है। अगर एक बार ये इंफेक्शन दिमाग तक पहुंच जाता है तो मरीज के बचने की संभावना बहुत कम हो जाती है। 

क्या है म्यूकोरमाइकोसिस
जानकारी के मुताबिक, म्यूकोरमाइकोसिस या ब्लैक फंगस एक दुर्लभ फंगल इंफेक्शन है। लेकिन ये गंभीर इंफेक्शन है, जो मोल्ड्स या फंगी के एक समूह की वजह से होता है। ये मोल्ड्स पूरे पर्यावरण में जीवित रहते हैं। ये साइनस या फेफड़ों को प्रभावित करता है। 

कब दिखाई देते हैं इसके लक्षण
कोरोना वायरस से ठीक होने के दो-तीन दिन बाद ब्लैक फंगस के लक्षण दिखाई देते हैं। कोरोना से ठीक होने के दो-तीन दिन बाद पहले ये संक्रमण साइनस में दिखता है और उसके बाद आंख तक जाता है। वहीं अगले 24 घंटे में ये फंगस दिमाग तक हावी हो सकता है। 

सबसे ज्यादा किसको खतरा
कमजोर इम्यूनिटी वाले लोगों को इसका ज्यादा खतरा रहता है। डायबिटीज वाले रोगियों पर भी इसका खतरा ज्यादा हो सकता है और जिनके साथ स्वास्थ्य समस्याएं हैं, वो इसके लिए चपेटे में आ सकते हैं। ये सामान्य तौर पर उन मरीजों में ज्यादा देखा जा रहा है, जो कोरोना से ठीक हुए हैं और जिन्हें पहले से कोई बीमारी थी। 

लक्षण
जानकारी के मुताबिक तेज सरदर्द और आंखों में लालपन ये दो म्यूकोरमाइकोसिस या ब्लैक फंगस सामान्य लक्षण हैं।