New Delhi/Alive News : करदाताओं को भुगतान में आसानी हो और आधुनिक सुविधाओं का लाभ देने के उद्देश्य से वित्त मंत्रालय ने कुछ दिन पूर्व आयकर विभाग का नया पोर्टल जारी करने की घोषणा की थी। सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार मौजूदा वेबसाइट को निलंबित करने के एक हफ्ते बाद वित्त मंत्रालय ने सात जून को वेबसाइट में नए बदलाव की घोषणा की।
केंद्रीय प्रत्यक्ष कर बोर्ड ने शनिवार को इस बात की जानकारी देते हुए कहा कि नया पोर्टल सोमवार से लाइव हो जाएगा। हालांकि इस पोर्टल पर नई कर भुगतान प्रणाली 18 जून से शुरू होगी। लेकिन कुछ ही घंटों में वेबसाइट न केवल खराब होने लगी, बल्कि इसके कामकाज में भी खामियां सामने आने लगीं। लेकिन आयकरदाताओं के लिए अच्छी खबर यह है कि इस नई वेबसाइट में उन्नत सुविधाएं और उपयोगकर्ता के लिए फायदे की चीजें जोड़ी गई हैं, जो उन्हें बहुत मदद करेंगी।
मिली जानकारी के मुताबिक पुरानी वेबसाइट (http://incometaxindiaefiling.gov.in) को निलंबित कर वित्त मंत्रालय ने नई वेबसाइट http://incometax.gov.in को अनिवार्य कर दिया है। वित्त मंत्रालय के मुताबिक नई वेबसाइट मोबाइल के अनुकूल है और इसमें करदाताओं को एक ही जगह सारे समाधान मिल जाएंगे। नई साइट का संचालन उपयोगकर्ता के अनुकूल है और करदाताओं की नई पीढ़ी की जरूरत को पूरा करने के लिए अच्छी तरह से सोचकर तैयार किया गया है। इसके पीछे मूल विचार यह है कि उपयोगकर्ताओं को डराने के बजाय वेबसाइट को उनके अनुकूल, सरल और स्मार्ट बनाया जाए। केंद्रीय प्रत्यक्ष कर बोर्ड ने पहली बार हर चीज से पहले आयकरदाताओं को रखा है।
बार-बार प्रयासों के बावजूद, आयकर का विषय अधिकांश आम करदाताओं के लिए हमेशा कठिन रहा है और उन्हें चार्टर्ड एकाउंटेंट और टैक्स फाइलिंग विशेषज्ञों की सेवाएं लेनी पड़ती हैं। न केवल इसके लिए उन्हें पैसे खर्च करने पड़ते हैं, बल्कि कई लोगों के सामने उन्हें अपने वित्तीय विवरणों का खुलासा करना पड़ता है, जिन पर वे भरोसा कर सकते हैं या नहीं भी। इसके अलावा उन्हें सही रिटर्न, रिफंड और आयकर विभाग द्वारा पूछे जाने वाले संभावित प्रश्नों के बारे में भी चिंता रहती है, जिसे वह आसानी से नहीं समझ सकते हैं। अपनी विश्वसनीयता के लिए आयकर विभाग ने वर्षों से न केवल विभिन्न प्रकार के करदाताओं के लिए अलग-अलग टैक्स रिटर्न फॉर्म के साथ टैक्स भरने को सुविधाजनक बनाया है, बल्कि इसने करदाताओं को अपनी आयकर भरने प्रक्रिया को प्रबंधित करने का एक आसान तरीका खोजने में मदद करने के लिए अपनी वेबसाइट पर सामग्री पेश करके आयकर गणना के तरीके में भी सुधार किया है।
सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार नई वेबसाइट में एक अच्छा नेविगेशन बिंदु भी है, जो करदाताओं को न केवल रिटर्न दाखिल करने, बल्कि अपने रिटर्न और रिफंड का पता लगाने के लिए आयकर अधिकारियों से संपर्क करने के लिए एकल खिड़की का उपयोग करने की अनुमति देता है। यह आयकर अधिकारियों और करदाताओं के बीच बातचीत के लिए एकल खिड़की भी खोलेगा, ताकि दोनों कर विवादों और गलतियों को सुलझाने में सक्षम होंगे।
कई तकनीकी बदलावों में एक क्रमिक सुधार शामिल होता है और आयकर विभाग की वेबसाइट इससे अलग नहीं है। फिलहाल इसमें कई खामियां हैं, जिसकी तरफ आम आदमी से लेकर वित्त मंत्री तक ने इशारा किया है और इसके बारे में इंफोसिस तथा नंदन नीलेकणी, जो कंपनी के चेयरमैन हैं, को बताया गया है तथा वे इसकी खामियां दूर करने पर काम कर रहे हैं। इस नई साइट के साथ एक अच्छी बात यह है कि आयकर भरने का मौसम शुरू होने में अभी समय है, जो समस्याओं को सुलझाने और समाधान पाने के लिए पर्याप्त समय प्रदान करता है, जो लोगों को अपनी टैक्स फाइलिंग को स्वयं प्रबंधित करने में मदद करेगा। इसके साथ ही कर नियम- कानूनों के माध्यम से आने वाले किसी भी नए बदलाव को सुविधाजनक बनाने के लिए परिवर्तन जारी रहेंगे। आयकर वेबसाइट के वर्तमान संस्करण के साथ लाभ यह है कि यह कर नियमों, कर दाखिल, कर विवाद समाधान और कर रिफंड से संबंधित हर चीज के लिए एकल गंतव्य की तरह है।