Faridabad/Alive News : सेक्टर 44 स्तिथ लक्ष्मीनारायण दिव्यधाम में आज नामदान दीक्षा कार्यक्रम का आयोजन किया गया। जिसमें लोगों ने गुरु की शरण ली। इस अवसर पर आश्रम के अधिपति श्रीमद जगदगुरु रामानुजाचार्य और पुरुषोत्तमाचार्य महाराज ने गुरु दीक्षा विधि पूर्ण की।
इस अवसर पर उन्होंने कहा कि गुरु शिष्य का संबंध अनादि काल से चला आ रहा है और गुरु अपने शिष्य की कुलशक्षेम के लिए परमात्मा के सामने उनकी वकालत करते हैं। उन्होंने कहा कि लक्ष्मी जी ने स्वयं इस संप्रदाय का प्रारंभ किया और विष्वकसेन द्वारा मानव मात्र को मानवता अपनाने के लिए संदेश दिया।
इसी प्रकार सिद्धदाता आश्रम के संस्थापक वैकुंठवासी स्वामी सुदर्शनाचार्य महाराज ने भी यहां हजारों लाखों लोगों को मानवता का मूल मंत्र प्रदान किया। स्वामी पुरुषोत्तमाचार्य महाराज ने कहा कि एक बार आपने जिसे गुरु मान लिया, उसके बाद गुरु आपके कुशलक्षेम को लेकर परमात्मा से निरंतर प्रार्थना करता है, वकालत करता है। जिससे शिष्य को मुक्ति मिलती है। उन्होंने यहां पंचविधियों द्वारा लोगों को गुरु दीक्षा भी प्रदान की।
गौरतलब है कि करीब 27 वर्षों से स्थापित सिद्धदाता आश्रम ने लाखों लोगों को धर्म की राह पर चलाया है। यही कारण है कि यहां चल रहे निरंतर भक्ति, भजन, कीर्तन, प्रार्थना, सेवा, शिक्षा, पठन पाठन आदि प्रकल्पों से लाखों लोग लाभांवित हो रहे हैं।