May 4, 2024

हिजाब को लेकर जयपुर और लुधियाना में मुस्लिम महिलाओं ने किया प्रदर्शन

New Delhi/Alive News: राजस्थान के जयपुर और पंजाब के लुधियाना में हिजाब के समर्थन में मुस्लिम महिलाओं ने प्रदर्शन किया। उन्होंने कहा कि यह उनका निजी मामला है। इसमें राजनीतिक पार्टियां दखल न दें। हम अपनी संस्कृति को नहीं छोड़ सकते। उधर, राजस्थान में महिला आयोग की अध्यक्ष ने कहा कि महिलाओं को अपने हिसाब से जीने दिया जाए।

गौरतलब है कि गत शुक्रवार को जयपुर जिले के चाकसू स्थित कस्तूरबा कालेज में कुछ छात्राएं बुर्का पहनकर पहुंची थीं। कालेज के मुख्य द्वार पर इनको रोक दिया गया था। कालेज प्रशासन ने छात्राओं को तय ड्रेस पहनकर आने के लिए कहा था। इस पर छात्राओं ने अपने स्वजन को मोबाइल पर फोन कर के बुला लिया था।

छात्राओं और उनके स्वजन ने कुछ देर इस मामले को लेकर हंगामा किया था। बाद में अधिकारियों ने मौके पर पहुंचकर मामला शांत करवाया था। इसी बीच शनिवार को जयपुर के रामनिवास बाग स्थित अल्बर्ट हाल पर मुस्लिम समाज की महिलाओं ने हिजाब और बुर्का पहनकर प्रदर्शन किया। प्रदर्शनकारी महिलाओं ने कहा कि हम क्या पहनेंगे यह हमें तय करना है।

किसी और को यह तय करने की जरूरत नहीं है। हिजाब और बुर्का हमें बुरी नजरों से बचाता है। उन्होंने कहा कि हिजाब और बुर्का हमारे धर्म, आस्था और अल्ला के प्रति विश्वास का प्रतीक है। महिलाओं का नेतृत्व कर रहीं यास्मीन और हमजा ने कहा कि विरोध करने वालों को हम हिजाब का मतलब समझाएंगे।

राजस्थान भाजपा के प्रवक्ता व विधायक रामलाल शर्मा ने कहा कि हमें किसी के लिबास से कोई समस्या नहीं है। लेकिन, शिक्षण संस्थाओं में तो यूनिफार्म ही पहननी चाहिए। शिक्षण संस्थानों को धर्म से बाहर रखना चाहिए । उन्होंने कहा कि अशोक गहलोत सरकार शिक्षक भर्ती परीक्षा में हुई गड़बड़ी को दबाने के लिए खुद यह मुददा उठवा रही है।

लुधियाना के फील्डगंज इलाके में एकत्रित हुई मुस्लिम महिलाओं ने कहा कि हिजाब उनके धर्म का एक अहम हिस्सा है और वह इसको आज से नहीं बल्कि सदियों से पहनती चली आ रही हैं। उन्होंने कहा कि यह एक मुस्लिम महिला पर निर्भर करता है कि वह हिजाब पहने या फिर नहीं पहनें। जानकारी के मुताबिक उन्होंने कहा हिजाब पहनना उनकी एक धार्मिक संस्कृति है और वह इसे किसी भी कीमत पर नहीं छोड़ सकतीं।