Faridabad/Alive News : फरीदाबाद नगर निगम 200 करोड़ का घोटाला बड़े अफसरों के लिए गले की फांस बनता जा रहा है। आईएएस अधिकारियों से पूछताछ के लिए विजिलेंस लगातार प्रयास कर रही है। लेकिन सरकार में आईएएस अधिकारियों की दखल अंदाजी के चलते द्वंद छिड़ गया है। ऐसे में मुख्य सचिव कार्यालय ने विजिलेंस को पूछताछ की अनुमति देने से पहले शहरी स्थानीय निकाय विभाग से खर्च का ब्योरा मांगा है। जांच में जिन आईएएस अधिकारियों के नाम सामने आए उन्होंने मौखिक तौर पर कहा है कि जो काम चल रहा था उसका भुगतान उनके हस्ताक्षर से हुआ है।
मिली जानकारी के अनुसार मुख्य सचिव कार्यालय ने पूछा है कि किस अधिकारी की कलम से कितनी रकम जारी हुई। यह जानकारी मिलने के बाद विजिलेंस को इस मामले में आईएएस अधिकारियों से पूछताछ की अनुमति दी जाएगी। करीब 200 करोड़ के इस घोटाले में अब तक चार से पांच लोग गिरफ्तार हो चुके हैं।
विधानसभा के बीते बजट सत्र में घोटाले पर खूब हंगामा हुआ था।इस दौरान विधायक नीरज शर्मा ने दो आईएएस अधिकारियों के नाम तक विधानसभा सदन में लिए थे। विधानसभा में मामला उठने के बाद घोटाले में संलिप्त अफसरों पर कार्रवाई तेज हुई है।