December 24, 2024

शहर में उड़ रही आदर्श आचार संहिता की धज्जियां, पढ़िए खबर में

Faridabad/Alive News: निर्वाचन आयोग की ओर से लोकसभा चुनावों की घोषणा के बावजूद राजनीतिक पार्टियों के बैनर-पोस्टर और होर्डिंग से शहर पटा हुआ है। बीके चौक, नगर निगम कार्यालय के बाहर, बीपीटीपी चौक सहित मुख्य चौक-चौराहों पर लगे होर्डिंग जहां एक ओर सरेआम नियमों की धज्जियां उड़ा रहे हैं वहीं सरकारी संपत्तियों का दुरुपयोग किया जा रहा है।

निर्वाचन आयोग की ओर से शनिवार को लोकसभा चुनाव की तारीखों की घोषणा की गई। इसके साथ आचार संहिता लागू कर दी गई है। इसमें सार्वजनिक स्थानों से राजनीतिक दलों की प्रचार-प्रसार सामग्री हटाई जानी चाहिए। एनआईटी विधानसभा के डबुआ 60 फीट रोड पर, सेक्टर-12 से बीपीटीपी चौक को जा रही मुख्य सड़क पर जगह-जगह राजनेताओं के बैनर और होर्डिंग लगे हुए हैं। इसी तरह ग्रेटर फरीदाबाद के बीपीटीपी चौक, डीपीएस चौक, सेक्टर-88 में निजी अस्पताल के बाहर के होर्डिंग्स के माध्यमों से जगह-जगह राजनीतिक दलों का प्रचार हो रहा है।

शहर में बाजारों और चौक-चौराहों पर जगह-जगह लगे राजनीतिक पार्टियों के बैनर, पोस्टर और होर्डिंग हटाने की जिम्मेदारी नगर निगम की है। लेकिन, नगर निगम कार्यालय के बाहर, बीके अस्पताल के बाहर लगे होर्डिंग सरकारी योजनाओं का बखान कर रहे हैं। सरकारी कार्यालयों में जगह-जगह सत्ता पक्ष के लोगों के फोटो के साथ योजनाओं की जानकारी लगी है, जो निगम अधिकारियों की लापरवाही को दर्शा रहे हैं।

शनिवार को चुनाव आचार संहिता लागू होने के बाद नगर निगम प्रशासन तुरंत हरकत में आया था। जिला निर्वाचन अधिकारी विक्रम सिंह के आदेश पर सेक्टर-12 लघु सचिवालय से सरकारी योजनाओं का बखान कर रहे बैनर पोस्टर हटाए गए। लेकिन, कार्यालय के बाहर सड़कों पर लगे होर्डिंग को छोड़ दिया गया।

ग्रेटर फरीदाबाद के चौराहे होर्डिंग से पटे
ग्रेटर फरीदाबाद के मुख्य चौक-चाैराहे सत्ता पक्ष के बैनर-पोस्टर और होर्डिंग से पटे पड़े हैं। यहां प्रत्येक चौक पर लगे नेताओं के पोस्टर प्रचार-प्रसार का माध्यम बने हुए हैं। सुबह-शाम गुजरने वाले अधिकारियों की इन पर नजर तक नहीं गई।

क्या कहना था जिला निर्वाचन अधिकारी का
कर्मचारियों को सभी बैनर, पोस्टर और होर्डिंग्स हटाने के निर्देश दिए हैं। जल्द ही सारे पोस्टर-बैनर हटाए जाएंगे। आचार संहिता का कड़ाई से पालन किया जाएगा। लापरवाही बरतने वाले अधिकारियों और कर्मचारियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।
-विक्रम सिंह, जिला निर्वाचन अधिकारी