कॉलेज के बाहर नजऱ नही आती वुमैन पीसीआर
Poonam Chauhan/Alive News : हरियाणा सरकार के बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ अभियान को सरकारी अधिकारी कितना अमल में ला रहे है, इसका अंदाजा गल्र्स कॉलेज की छात्राओं के आत्मविश्वास की डगमगाहट को देखकर लगाया जा सकता है। सैक्टर-16 के महिला महाविद्यालय में पढऩे वाली छात्राओं की सुरक्षा इन दिनों भगवान भरोसे ही चल रही है। शहर में प्रतिदिन बढ़ते क्राईम को देखकर भी ना तो छात्राओं की सुरक्षा को लेकर कॉलेज प्रशासन चिंतत है, ना ही पुलिस मेहकमा। ऐसे में छात्राएं खुद को कैसे महफूज समझे ये सवाल उठना लाजमी है।
आपको बता दे, मैकपाई से लेकर महिला महाविद्यालय जाने के लिए नेहरू कॉलेज से होकर जाना होता है और नेहरू कॉलेज के सामने लडक़ों का जमावड़ा लगा रहता है, जोकि यहां से जाने वाली लड़कियों पर भद्दे कमेंट और फब्तियां कसी जाती हैं, जिससे छात्राएं खुद को असुरक्षित महसुस करती है। इतना ही नहीं लड़कियों का रास्ता रोकना और उन्हे इशारे करना तो जैसे आम बात हो गई है। इस बीच कहीं भी वुमैन पीसीआर दिखाई नहीं देती। ऐसे में ये छात्राएं अपना दुखड़ा किसको सुनाए और कैसे कॉलेज पढऩे जाए? क्योंकि यह घटना लड़कियों के साथ हर रोज हो रही है, येे हम नहीं कह रहे बल्कि छात्राओं ने नाम न छापने की एवज में बताया कि लड़कियों से छेड़छाड़ और उनका रास्ता रोकना आम बात होती जा रही है, लडक़े किसी को रोकते हैं, तो किसी को देख जोर-जोर से हसने लगते है जिससे लडक़ी घबरा जाती है और कॉलेज तक उसका पीछा भी करते है, लेकिन ना तो यहां वुमैन पीसीआर ही होती है ना ही कोई महिला पुलिसकर्मी। जिसके कारण अब छात्राएं कॉलेज आने से भी कतराने लगी है।
इतना ही नहीं अगर कॉलेज परिसर की बात की जाए तो सिक्योरिटी का यहां भी बंटाधार है। कॉलेज के चारो ओर बाउंड्री तो है लेकिन फिर भी लडक़ो का कॉलेज बगल में होने के कारण वह अकसर बाउंड्री पर बैठे दिखाई देंगे। और कई बार बाउंड्री कूद कर कॉलेज में चले आते है, लेकिन उन पर कोई कार्यवाही नही की जाती। ऐसा नही है कि कॉलेज में कैमरे नही लगे है। कैमरे तो है, पर ठीक ढग़ से काम नहीं करते है जिसका फायदा ये मनचले उठाते है और बाउंड्री लांग कर कॉलेज में चले आते है और लड़कियों से दुव्यवहार करते है।
– क्या कहती हैं प्रिंसीपल
कॉलेज में सिक्योरिटी को लेकर कोई कोताही नहीं बरती जाएगी। कॉलेज कैम्पस में और कैमरे लगाए जाऐंगे, जिसके लिए ग्रांट आ चुकी है वहीं खराब कैमरो को ठीक कराया जाएगा। कॉलेज की बाउंड्री की हाईट को ऊंचा किया जाएगा, जिससे कॉलेज कैम्पस में कोई बाहरी व्यक्ति एंट्री ना कर सके।– डॉ.सुषमा चौधरी, प्रिंसिपल, महिला महाविद्यालय, फरीदाबाद।
– क्या कहते हैं पुलिस अधिकारी
मैं इस मामले की छानबीन करता हूं कि आखिर क्यों कॉलेज टाईम में पीसीआर वहां मौजूद नहीं रहती। वैसे तो एक वुमैन पीसीआर और एक राईडर कॉलेज के बाहर नियुक्ति किया गया है। किसी एमरजेंसी में ही वो वहां से दूसरी जगह जा सकते है।– राजेश मोर, पीएस सेंट्रल, फरीदाबाद।