Faridabad/ Alive News: स्किल डेवलेपमेंट और मॉडर्न आईटीआई के जरिए हरियाणा में युवाओं की ऐसी पौध तैयार की जाएगी जिससे कंपनियां खुद कैंपस सिलेक्शन के लिए सामने आएंगी और रोजगार सृजन में हरियाणा सबसे आगे होगा। यह विचार हरियाणा के उद्योग मंत्री विपुल गोयल ने सेक्टर 16 स्थित बीजेपी कार्यालय में युवाओं को नौकरी के नियुक्ति पत्र वितरित करते हुए व्यक्त किए। हाल ही मे 28 और 29 मई को औद्योगिक प्रशिक्षण संस्थान में लगाए गए रोजगार मेले में 2050 युवाओं ने आवेदन दिए जिनमें से 551 युवाओं का विभिन्न कंपनियों में नौकरी के लिए चयन हुआ है, जिनमें से 461 युवाओं को उद्योग मंत्री ने औद्योगिक प्रतिनिधियों की मौजूदगी में नियुक्ति पत्र वितरित किए।
विपुल गोयल ने इस मौके पर सभी 28 कंपनियों का आभार व्यक्त करते हुए रोजगार मेले के सफल आयोजन के लिए आईटीआई प्रबंधन की भी तारीफ की । उन्होने कहा कि ऐसे रोजगार मेले लगातार आयोजित करते रहेंगे और 2 जुलाई को पृथला में भी रोजगार मेले का आयोजन किया जाएगा। उन्होने कहा कि स्किल डेवलेपमेंट के साथ मॉडर्न आईटीआई के जरिए युवाओं के लिए रोजगार के अवसर पैदा किए जा रहे हैं। उन्होने कहा कि फरीदाबाद सही मायनों में स्मार्ट सिटी तभी बन पाएगा जब युवाओं के पास रोजगार होगा। मंत्री ने कहा कि कम पढ़े लिखे युवाओं के लिए ड्राइवर स्किल प्रोग्राम भी शुरू किया गया है। साथ ही उन्होने कहा कि केंद्र सरकार के कौशल विकास मंत्रालय के साथ मिलकर हरियाणा में आगे भी रोजगार सृजन के लिए नए कोर्स शुरू किए जाएंगे। उन्होने युवाओं को शुभकामनाएं देते हुए कहा कि कागजी काबिलियत से ज्यादा प्रतिस्पर्धा के दौर में काम बोलता है। उन्होने कहा कि हरियाणा जल्द ही स्किल डेवलेपमेंट में नंबर एक पायदान पर होगा।
इस मौके पर जिला अध्यक्ष गोपाल शर्मा, मार्केट कमेटी के चेयरमैन मुकेश शास्त्री, डिप्टी मेयर मनमोहन गर्ग, पार्षद सुभाष आहूजा, नरेश नंबरदार, छत्रपाल, जिला पार्षद शेर मोहम्मद, उद्योगपति जेपी मल्होत्रा, अजय जुनेजा, अरूण बजाज, राजीव चावला, रवि वासुदेवा, एचएल भुटानी, एचएसआईडीसी के संपदा प्रबंधक विकास चौधरी, जिला उद्योग केंद्र के संयुक्त निदेशक अनिल चौधरी ,एडिशनल डायरेक्टर इंडस्ट्रीज विनोद कौशिक,आईटीआई के प्रिंसीपल गजेंद्र सिंह, महिला आईटीआई की प्रिंसिपल सोनिया तक्षक के अलावा आकाश श्रीवास्तव, सौरभ वैद्य, अशोक शर्मा, वीरभान शर्मा, विजय शर्मा, सुरेंद्र शर्मा समेत आईटीआई के शिक्षक और कई संस्थानों के प्रतिनिधि मौजूद रहे।