New Delhi/Alive News : कोरोना की तीसरी लहर की आशंका के बीच सोमवार से दिल्ली में अनलॉक की एक और प्रक्रिया की शुरुआत हुई. सोमवार से दिल्ली मेट्रो अपनी पूरी कैपिसिटी के साथ दौड़ रही है, करीब एक साल बाद ऐसा हो रहा है जब मेट्रो इस तरह दौड़ने के लिए तैयार है.
लेकिन पहले ही दिन दिल्ली के अलग-अलग मेट्रो स्टेशन पर काफी भीड़ देखने को मिली और सोशल डिस्टेंसिंग का नामोनिशान नहीं रहा. सौ फीसदी कैपिसिटी से मेट्रो चलने का आज पहला दिन था, ऐसे में सुबह से ही अलग-अलग स्टेशन पर लंबी लाइनें लग गईं. बदरपुर बॉर्डर मेट्रो स्टेशन, आनंद विहार मेट्रो स्टेशन, निर्माण विहार मेट्रो स्टेशन समेत दिल्ली के अलग-अलग मेट्रो स्टेशन पर सुबह लंबी लाइनें दिखीं.
इस दौरान मेट्रो में कुछ देर दिक्कत आने के कारण कुछ स्टेशन पर गेट भी नहीं खुले, ऐसे में लोगों को काफी परेशानी हुई. लोग इस बात से खुश थे कि लंबे वक्त के बाद मेट्रो पूरी कैपिसिटी में चलने से कुछ आसानी होगी, लेकिन पहले ही दिन जमकर गड़बड़ी दिखी.
बदरपुर मेट्रो स्टेशन पर खड़े एक यात्री ने कहा कि लोगों को अब काफी राहत मिलेगी. इससे पहले काफी दिक्कत हो रही थी लेकिन सोशल डिस्टेंसिंग का पालन नहीं हो रहा है, लोग लापरवाह हो गए हैं. साफ है कि एक ओर भले ही लोगों को राहत मिल रही हो, लेकिन इस तरह नियमों, कोविड गाइडलाइन्स की उड़ती हुई धज्जियां चिंता बढ़ा सकती है.
सुबह कुछ पल के लिए दिल्ली मेट्रो में कुछ गड़बड़ी भी हुई. जिस पर दिल्ली मेट्रो की ओर से ट्वीट कर बताया गया कि 6.42 बजे कुछ झटके महसूस किए गए. जिसके बाद मेट्रो को कम स्पीड पर लाकर अगले स्टेशन पर रोक दिया गया था. अब सभी सर्विस नॉर्मली काम कर रही हैं.
बसें भी फुल कैपिसिटी में लौंटी, मंदिरों में भी भीड़
सोमवार को अनलॉक की नई किस्त खुली तो मेट्रो के साथ-साथ अब डीटीसी की बसें भी फुल कैपिसिटी से चल पाएंगी. सोमवार सुबह दिल्ली के अलग-अलग हिस्सों में बसों पर लोग सफर करते हुए नज़र आए, इस बीच कोविड गाइडलाइन्स का पालन चिंता का विषय रहा.
अनलॉक की प्रक्रिया से इतर आज सावन का सोमवार है, ऐसे में मंदिरों में भी भारी भीड़ जुट रही है. चांदनी चौक के मंदिर में सोमवार सुबह भक्तों की भारी भीड़ दिखाई दी और सोशल डिस्टेंसिंग के नियमों का उल्लंघन हुआ.
गौरतलब है कि राजधानी दिल्ली में बीते कुछ वक्त से कोरोना के मामलों में कमी आई है. रोजाना आने वाले केस की संख्या भी अब काफी कम है. दिल्ली में एक्टिव केस की संख्या भी 600 से कम ही है, वहीं करीब 70 लाख से अधिक लोगों को वैक्सीन लग चुकी है.