Gurugram/Alive News : नगर निगम क्षेत्र का कोई भी नागरिक अपने मोबाइल का इस्तेमाल करके सफाई व्यवस्था दुरुस्त करवाने के लिए नगर निगम को सूचना दे सकता है। सूचना प्राप्त होते ही संबंधित अधिकारियों एवं कर्मचारियों द्वारा सफाई व्यवस्था को तुरंत ही दुरुस्त किया जाएगा। मगर निगम के कार्यकारी अधिकारी एवं स्वच्छ भारत मिशन के नोडल ऑफिसर डा। विजयपाल यादव ने बताया कि स्मार्ट फोन में प्ले स्टोर से कोई भी व्यक्ति स्वच्छ मैप एप्लीकेशन को डाउनलोड कर सकता है। इसके लिए प्ले स्टोर में स्वच्छ मैप टाइप करना होगा। एप्लीकेशन के डाउनलोड और इंस्टॉल होने के बाद जिस स्थान पर गंदगी है, उसकी फोटो क्लिक करनी होगी।
इसके बाद यह फोटो लोकेशन के साथ संबंधित अधिकारियों एवं कर्मचारियों तक पहुंच जाएगी और सफाई टीम द्वारा मौके पर जाकर कार्य शुरू कर दिया जाएगा। उन्होंने बताया कि इस प्रकार की सुविधा प्रदान करने वाला गुरुग्राम प्रदेश का पहला निगम है। इस सुविधा की शुरुआत राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की जयंती पर 2 अक्टूबर से की गई थी, जिसका गुरुग्राम के काफी नागरिक फायदा उठा रहे हैं। डॉ। यादव ने बताया केंद्रीय शहरी विकास मंत्रालय द्वारा जनवरी माह में गुरुग्राम का स्वच्छ सर्वेक्षण किया जाएगा।
इस बार शहर को टॉप -10 स्वच्छ शहरों की सूची में शामिल करने का लक्ष्य रखा गया है। इस लक्ष्य की प्राप्ति नागरिकों के सहयोग के बिना नहीं हो सकती। इसलिए प्रत्येक नागरिक अपने घर के साथ-साथ आसपास के क्षेत्र की सफाई व्यवस्था का भी ध्यान रखे तथा अगर कहीं पर सफाई व्यवस्था दुरूस्त नहीं है तो उसके बारे में नगर निगम को सूचित करे। उन्होंने कहा कि स्वच्छता का सीधा संबंध स्वास्थ्य से होता है। अगर हमारा शहर एवं आसपास का क्षेत्र स्वच्छ होगा तो हम भी स्वस्थ रहेंगे। बहुत से व्यक्ति अपने घर को तो साफ रखते हैं, लेकिन घरों से निकलने वाले कचरे को सडक़ या अन्य सार्वजनिक स्थानों पर डाल देते हैं।
बाद में यही कचरा पैरों के साथ चिपककर घरों में वापिस आ जाता है।
इसके साथ ही कचरे को इधर-उधर फेंकने से यह नालियों को जाम करता है, जिससे सीवर ओवरफ्लो होने की समस्याएं पैदा होती है। इधर-उधर फैले कचरे से बदबू आती है, जिससे वातावरण प्रदूषित होता है और मच्छर एवं मक्खी पैदा होकर कई बीमारियों को जन्म देते हैं।
कार्यकारी अधिकारी ने कहा कि कुछ लोग कचरे को जला भी देते हैं, जो कि बहुत ही हानिकारक है और यह नेशनल ग्रीन ट्रिब्यूनल के आदेशों की अवहेलना के तहत दंडनीय अपराध भी है। इसके तहत कचरा जलाने वाले पर जुर्माना किया जाता है। कचरे को जलाने से कई प्रकार की हानिकारक गैसे निकलती हैं और सांस, आंख और फेफड़ों की बीमारियों को जन्म देती हैं। उन्होंने बताया कि नगर निगम द्वारा चारों जोनों में विशेष टीमों का गठन किया गया है, जो कचरा जलाने वालों तथा सार्वजनिक स्थानों पर मलबा डालने वालों पर कड़ी नजर जमाए हुए हैं।