Chandigarh/Alive News: हरियाणा में अब उन स्कूल मुखियाओं की खैर नहीं, जिनके विद्यार्थी के परीक्षा परिणाम अपेक्षा की कसौटी पर खरे नहीं उतरेंगे। बार-बार चेताने के बाद भी गंभीर नहीं होने पर शिक्षा विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव डॉ महावीर सिंह ने प्रदेश में अच्छे परीक्षा परिणाम नहीं दे पाने वाले स्कूल मुखियाओं की बैठक बुला ली है। यह बैठक 12 जनवरी को कुरुक्षेत्र में होगी। डॉ महावीर सिंह शिक्षा दीक्षा कार्यक्रम के तहत राज्य भर के स्कूलों का दौरा कर रहे हैं। जिसके बाद उन्हें स्कूल मुखिया की बैठक बुलानी पड़ी है।
हरियाणा के सरकारी स्कूलों में शिक्षा के स्तर में सुधार लंबे समय से चर्चा का विषय बना हुआ है। प्रदेश सरकार द्वारा इस साल राज्य में 136 स्कूलों को संस्कृति मॉडल स्कूलों का दर्जा देकर इनकी मान्यता सीबीएससी के माध्यम से करवाई गई है। शिक्षा निदेशालय द्वारा परीक्षाओं से पहले तैयारी को सुचारू रूप से करवाने के लिए अध्यापकों को बकायदा 70 दिनों के लिए कार्य सूची बनाने के निर्देश भी जारी किए जा रहे हैं। इसके बावजूद शिक्षा विभाग द्वारा हाल ही में स्कूलों की मौजूदा कार्यप्रणाली के मूल्यांकन के लिए शिक्षा दीक्षा कार्यक्रम की शुरुआत की गई है।
शिक्षा विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव ने खुद फील्ड में उतरने के बाद महसूस किया है कि सब कुछ अच्छा नहीं चल रहा है कुरुक्षेत्र में होने वाली बैठक में पिछले साल दसवीं में 25 फीसदी से कम तथा 12वीं में 50 फीसदी से कम परीक्षा परिणाम देने वाले स्कूल प्रबंधकों को तलब किया गया है।
रिपोर्ट के मुताबिक, पिछले साल प्रदेश में दसवीं कक्षा के 224 स्कूलों का परीक्षा परिणाम 25 फीसदी से कम था तथा 12वीं कक्षा के 228 स्कूलों का परीक्षा परिणाम 50 फीसदी से कम था। शुक्रवार को जारी पत्र के अनुसार सभी जिला शिक्षा अधिकारियों को निर्देश दिए गए हैं कि परीक्षाओं की गंभीरता तथा पहली बार सीबीएससी की परीक्षाओं के मध्य नजर 12 जनवरी को कुरुक्षेत्र में होने जा रही बैठक में सभी स्कूल मुखिया को भेजना सुनिश्चित किया जाए।