Faridabad/Alive News: अतिरिक्त उपायुक्त जितेन्द्र यादव ने कहा कि केंद्र व प्रदेश सरकार की अनेक योजनाएं क्रियान्वित की जा रही हैं। इन ऋण योजनाओं का लाभ जरूरतमंद परिवारों के व्यक्तियों को मिलना चाहिए तभी योजना सही रूप सार्थक होती है। उन्होंने कहा कि बैंक अधिकारी हरसंभव आर्थिक मदद जरूरत मंद परिवारों की मदद करें ताकि जरूरतमंदों लोगों को ऋण सहायता समय पर मुहैया करवाई जाने पर वे अपना स्वयं रोजगार करके अपने परिवार की आर्थिक स्थिति सुधार सके।
जिससे वे स्वयं रोजगार के लिए अपने जीवन बसर के लिए कोई व्यवसाय कर सकें। उन्होंने कहा कि बैंक एक तरह मां की तरह होता है, जहां से हम ऋण लेते हैं, उसको वापस देना भी निश्चित तौर पर जरुरी होता है। उपायुक्त जितेन्द्र यादव ने लाभार्थियों से कहा कि वे ऋण सहायता लेने के बाद उसको निर्धारित समय पर अदा भी करें।
बैंक अधिकारी भी सरकारी ऋणों की योजनाओं के बारे में लोगों को जागरूक कर उन्हें बारीकी से जानकारी दें। ताकि जरूरतमंद व्यक्ति ऋण योजनाओं का लाभ उठा सकें। उन्होंने कहा कि लोगों को प्रधानमंत्री सुरक्षा बीमा योजना, जीवन ज्योति बीमा योजना, अटल पेंशन योजना, मुद्रा, स्वनिधि के बारे में जागरूक करें। उन्होंने कहा कि जरूरतमंद लोगों को रोजगार के लिए प्रशिक्षण देकर उनको ऋण मुहैया करवाएं।
जिससे वे अपना स्वयं रोजगार कर सके। पिछड़ा वर्ग कल्याण विभाग की क्षेत्रीय अधिकारी वन्दना दहिया ने बताया कि पिछड़ा वर्ग कल्याण विभाग बैकवर्ड केटेगरी के लोगों और दिव्यांगजनों को स्वरोजगार के लिए 50000 से 150000 रुपये की धनराशि पांच से छः प्रतिशत वार्षिक दर पर पिछड़ा वर्ग निगम द्वारा ऋण मुहैया करवाया जाता है।
यह ऋण बैकवर्ड क्लास के दिव्यांग जनों के लिए पांच प्रतिशत वार्षिक दर पर और बैकवर्ड क्लास व अल्पसंख्यक लोगों के लिए छः प्रतिशत वार्षिक दर पर लोन दिया जाता है। इसके लिए लोगों की किरयाना स्टोर, जूस, कपड़े, मिठाई, जूता चप्पल, फोटो स्टेट, हौजरी के सामान की दुकान सहित सीएससी सेन्टर का स्वयं रोजगार करवाया जाता है।
नोडल अधिकारी वन्दना दहिया ने बताया कि जिला में पिछड़ा वर्ग कल्याण विभाग द्वारा अबतक तीनों केटेगरी के लगभग 688 लोगों के स्वयं रोजगार करवाया गया है। उन्होंने बताया कि यह लोन विभाग द्वारा रिकवरी की गारंटी पर दिलवाया जाता है। गत दिनों जिला में ग्रामीण रोजगार मेलों में मुख्यमंत्री अन्तोदय परिवार उत्थान योजना के सात गरीब परिवारों के लोगों के आवेदन स्वीकृत किए गए हैं। इनमें गुड़िया देवी, आशा, शीतल, नरगिस बेगम, रवि, संजीव कुमार और सतीश कुमार के आवेदन शामिल हैं।
पिछड़ा वर्ग कल्याण निगम द्वारा हाल ही में 11 लोगों को 11 लाख रुपये की धनराशि ऋण के रूप में स्वयं रोजगार के लिए प्रदान की गई है। इनमें सुरेश, जितेन्द्र, अनिल, राहुल, रत्ती,रमेश, चिरंजी लाल, नरेन्द्र, दीपक कुमार, विष्णु और दीपक बेरोजगार युवकों को स्वयं रोजगार चलाने के लिए ऋण दिया गया है।