New Delhi/ Alive News डब्ल्यूएचओ के मुताबिक दुनियाभर में लगभग दस लाख युवाओं को हेडफोन सुनने या तेज संगीत वाले स्थानों पर जाने से बहरेपन का खतरा हो सकता है। इसको लेकर डब्ल्यूएचओ ने ज्यादा हेडफोन इस्तेमाल करने वाले लोगों को चेताया भी है। दरअसल, कई लोगों को हेडफोन लगाकर तेज आवाज में गाना सुनना पसंद होता है। हाल ही में विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) के विशेषज्ञ ने चेतावनी दी है कि ये आदत भारी पड़ सकती है।
बीएमजे ग्लोबल हेल्थ पत्रिका में प्रकाशित शोध के मुताबिक, हेडफोन लगाकर तेज आवाज में संगीत सुनने से श्रवण क्षमता खत्म होने लगती है और बहरेपन का खतरा बढ़ जाता है। शोध के मुताबिक, 43 करोड़ से अधिक लोग यानी दुनिया की आबादी के पांच प्रतिशत से भी अधिक लोग वर्तमान में सुनने की अक्षमता से पीड़ित हैं। डब्ल्यूएचओ के अनुमान के अनुसार, 2050 तक यह संख्या बढ़कर 700 मिलियन (70 करोड़) हो जाएगी।
डब्ल्यूएचओ ने भी इस शोध का नेतृत्व करते हुए युवाओं को सचेत किया है। उसके अनुमान के अनुसार, 2050 तक इस खतरे से प्रभावितों की यह संख्या बढ़कर 700 मिलियन (70 करोड़) हो जाएगी। 43 करोड़ से अधिक लोग यानी दुनिया की आबादी का पांच प्रतिशत से भी अधिक लोग वर्तमान में सुनने की अक्षमता से पीड़ित हैं।