Lifestyle/Alive News: लेजी पैरंटिग के जरिए आप भी अपने बच्चे को आत्मनिर्भर बना सकते हैं। लेजी पैरंटिग में बच्चे अपने सभी कार्यो को स्वयं ही करते हैं । माता पिता बच्चे के किसी भी काम में दखलअंदाजी नही करते हैं।
क्या हैलेजी पैरेंटिग
लेजी पैरेंटिंग में माता-पिता बच्चे के हर काम में दखल नहीं देते हैं और ना ही रोकटोक करते हैं। बल्कि उन्हें खुद से सारे काम करने की छूट देते हैं। इससे बच्चे गलती करते हैं और खुद ही उससे सीखते हैं। जिसकी वजह से बच्चे कई बार खुद से निर्णय लेने में सक्षम हो जाते हैं।
लेजी पैरेंटिग के फायदे
लेजी पैरेंटिग के काफी सारेफायदे है। जो उन्हेंकॉन्फि डेंस देता है। बच्चे को रोजमर्रा के कामों में दखल ना देने और खुद से काम करनेदे ने बच्चों के अंदर आत्मविश्वास आता है।
लेजी पैरेंटिग में माता-पिता बच्चों को गलती करने की छूट और उससे सीखने की समझ देतेहैं। बस इस बात का ध्यान रखा जाता है कि कहीं बच्चा खुद को नुकसान ना पहुंचा लें।
कई बार बच्चेखुद सेकाम करनेकी वजह सेसारेकाम पूरेनहीं कर पाते। और, कई बार खुद को थोड़ा बहुत चोट भी लगा लेते हैं लेकिन ये सीखने का नेचुरल प्रोसेस है और
बच्चों मजबूत बनाता है।
लेजी पैरेंटिग की वजह सेबच्चों को हर वक्त पैरेंट्स के इंस्ट्रक्शन लेनेऔर उन्हेंफॉलो करनेका प्रेशर नहीं होता। जिससे बच्चे में टली फ्री रहतेहैं। पैरेंट्स हर वक्त बच्चेके पीछे-पीछे उसकी गलतियां सुधारनेमेंनहीं लगेरहते। इससेबच्चेका दिमागी विकास तेजी से होता है क्योंकि उसका पूरा ध्यान अपने ऐक्शन को सही करने में होता है।