November 17, 2024

मीडिया में कॅरियर बनाने के लिए भाषा का ज्ञान आवश्यक : चौहान

Faridabad/Alive News : मीडिया में कॅरियर बनाने के इच्छुक विद्यार्थियों का हिंदी और अंग्रेजी दोनों भाषाओं में पारंगत होना बहुत आवश्यक है। इसके लिए प्रतिदिन स्वाध्याय और अभ्यास की आवश्यकता है। हरियाणा ग्रंथ अकादमी के उपाध्यक्ष और शिक्षाविद प्रो.वीरेन्द्र सिंह चौहान ने वाईएमसीए विश्वविद्यालय में मीडिया के विद्यार्थियों के साथ एक संवाद में यह टिप्पणी की। प्रो.चौहान ने इस अवसर पर हालिया करंसी सुधार उपायों से लेकर सर्जिकल स्ट्राइक, अमरीकी राष्ट्रपति चुनावों और जम्मू कश्मीर की संवैधानिक और कानूनी स्थिति आदि अनेक समसामयिक विषयों पर विद्यार्थियों का मार्गदर्शन किया और उनके सवालों के जवाब दिए।

उन्होंने कहा कि मीडिया का वर्तमान समाज जीवन में महत्ता और प्रभाव दिनोंदिन बढ़ रहा है। इसलिए आवश्यक है कि अपने जीवन में देश और समाज को सर्वोच्च अहमियत देने वाले नौजवान इस क्षेत्र में अधिक से अधिक संख्या में आएं। हरियाणा ग्रंथ अकादमी के उपाध्यक्ष ने एक प्रश्र के उत्तर में कहा कि भारत में जम्मू कश्मीर की रियासत का विलय अपने आप में पूर्ण और अंतिम है। महाराजा हरि सिंह द्वारा अक्तूबर उन्नीस सौ अड़तालिस में अधिमिलन पत्र पर हस्ताक्षर किए जाने और उस पर उस माउंटबैटन के दस्तखत होने के साथ ही यह प्रक्रिया पूर्ण हो गई थी। इतना ही नहीं बाद में जब राज्य की निर्वाचित संविधान सभा ने प्रदेश का संविधान बनाया तो उसमें भी यह बाद साफ तौर पर लिखी और स्वीकारी गई कि जम्मू कश्मीर की पूरी रियासत भारत का अविभाज्य अंग है और रहेगी।

प्रो.वीरेन्द्र सिंह चौहान ने कहा कि भारत की संसद ने उन्नीस सौ चौरानवे में एक सर्वसम्मत प्रस्ताव पारित करके समूची दुनिया को दो टूक शब्दों में जता दिया था कि जम्मू कश्मीर के संदर्भ में एकमात्र अधूरा एजेंडा है पाकिस्तान के अवैध कब्जे वाले राज्य के हिस्सों को खाली करवाना। हरियाणा ग्रंथ अकादमी के उपाध्यक्ष ने अमरीकी राष्ट्रपति चुनाव में डोनाल्ड ट्रंप की जीत प्रथम दृष्टया भारत के लिए अनुकूल प्रतीत होती है। आतंकवाद के मामले में उनका जो रूख रहा है वह पाकिस्तान समेत भारत विरोधी तत्वों को बेचैन करने वाला है। उनकी जीत के बाद से पाकिस्तानी मीडिया में जोरदार मायूसी है और चीन भी अपनी बेचैनी छिपा नहीं पा रहा है।

कार्यक्रम में प्र्रो. चौहान ने विद्यार्थियों को ग्रामोदय अभियान के इंटरनेट उपक्रम रेडियो ग्रामोदय के साथ जुडऩे का निमंत्रण दिया। साथ ही उन्होंने विद्यार्थियों को नियमित ब्लाग लिखने की भी प्रेरणा दी। कार्यक्रम से पूर्व हरियाणा ग्रंथ अकादमी के उपाध्यक्ष प्रो. वीरेन्द्र सिंह चौहान और अकादमी के नामित सदस्य वेद प्रकाश व्यथित ने कुलपति डा. दिनेश अग्रवाल के साथ विश्वविद्यालय स्तरीय पुस्तकों के लेखन और अकादमी की पुस्तकें विवि के पुस्तकालय में उपलब्ध कराए जाने के संबंध में विमर्श किया। बैठक में विश्वविद्यालय में नाम-पट्टिकाएं हिंदी में लिखे जाने और विश्वविद्यालय की वेबसाइट का हिंदी संस्करण भी यथाशीघ्र तैयार किए जाने पर सहमति बनी।