Chandigarh/Alive News: सीएम मनोहर ने लॉर्ज स्केल मैपिंग प्रोजेक्ट से जुड़े टेक्निकल वर्क के कामों को एक-एक गांव में तीन फेस वाइज काम पूरा करने के निर्देश दिए थे। यह कार्य पूरा होने के बाद हरियाणा सरकार अपनी एक एक इंच का हिसाब रखेगा और एक क्लिक में यह पता चलेगा कि जमीन के किस हिस्से पर तालाब है, किस हिस्से पर रास्ता या मकान है। सीएम ने अफसरों को निर्देश दिया गया है कि इस काम में देरी हुई तो इसके जिम्मेदार वह खुद होंगे। सरकार इस मामले में कोई लापरवाही बर्दाश्त नहीं करेगी।
फेज वाइज होगा काम
फेस वाइज काम होने पर किसी भी गांव में कोई काम पेंडिंग नहीं रह पाएगा। इससे आसानी से इस प्रोजेक्ट को प्रदेश भर में तरीके से पूरा किया जा सकेगा। CM का मानना है कि लॉर्ज स्केल मैपिंग प्रोजेक्ट का कार्य पूरा हो जाने पर हरियाणा पूरे देश के लिए मिसाल बन जाएगा।
सभी गांव की मैपिंग अनिवार्य
लॉर्ज स्केल मैपिंग में गांव के बाहर की भी पूरी मैपिंग करवाई जाएगी। इसमें गांव से बाहर खेतों में बने मकान व अन्य ढांचागत निर्माण भी शामिल किए जाएंगे। सर्वे ऑफ इंडिया के अधिकारियों को भी कहा गया है कि वे कर्मचारियों की संख्या में इजाफा करके इस लॉर्ज स्केल मैपिंग के कार्य को जल्द से जल्द पूरा करें।
इन क्षेत्रों का कार्य हुआ पूरा
राजस्व व सर्वे ऑफ इंडिया की टीम ने अभी तक सूबे के जींद, करनाल और सोनीपत जिले सहित 8 अर्बन एरिया में लॉर्ज स्केल मैपिंग का काम पूरा कर लिया है। इससे अब इन क्षेत्रों में एक-एक प्रॉपर्टी की पहचान की जा सकती है।
मालिक का चलेगा पता
लॉर्ज स्केल मैपिंग के जरिए अभी तक जिन जिलों में काम पूरा हो गया है। उनमें प्रॉपर्टी का एरिया, उसकी मैप पर लोकेशन व प्रॉपर्टी किसके नाम है, इसकी जानकारी भी आसानी से ली जा सकती है। इस काम को पूरा करने के लिए मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने इस प्रोजेक्ट में शामिल अधिकारियों को बधाई दी है।
यह होगा लाभ
हरियाणा सरकार के इस फैसले से खेती वाली जमीन का सही-सही डाटा तैयार होगा। उसके हिसाब से किसानों के लिए योजनाएं बनाकर उनको लाभ दिया जाएगा। स्वामित्व योजना की तरह प्रदेश की कृषि भूमि की मैपिंग का कार्य किया जाएगा और राजस्व रिकॉर्ड को परिवार पहचान पत्र से जोड़ा जाएगा।