Faridabad/Alive News: शिक्षा मंत्री कंवर पाल गुर्जर ने विधानसभा के अंदर बताया है कि राज्य के सरकारी स्कूलों में 35,980 पद अध्यापकों के खाली हैं। इसके अलावा सरकार ने 179 प्राथमिक व 17 मिडिल सरकारी स्कूलों को बंद कर दिया है। हरियाणा अभिभावक एकता मंच ने कहा है कि जब सरकार ने यह मान लिया है कि सरकारी स्कूलों में हजारों की संख्या में अध्यापकों के पद खाली हैं तो ऐसी हालत में सरकारी स्कूलों की दशा में कैसे सुधार हो सकता है और विद्यार्थियों को गुणात्मक व क्वालिटी शिक्षा कैसे मिल सकती है।
मंच के प्रदेश महासचिव कैलाश शर्मा, संरक्षक सुभाष लांबा ने कहा है कि इतनी संख्या में शिक्षकों के पद पिछले 7 सालों से खाली पड़े हैं। अभिभावक व अध्यापक संगठनों की ओर से कई बार मुख्यमंत्री शिक्षा मंत्री को पत्र लिखकर सभी रिक्त पदों पर अध्यापकों की शीघ्र भर्ती करने, सरकारी स्कूलों में सभी जरूरी संसाधन मुहैया कराने व सरकारी स्कूलों की कंडम व जर्जर हो चुकी बिल्डिंग व कमरों की जगह नए कमरों का निर्माण करने का आग्रह किया गया है।
लेकिन सरकार ने सरकारी स्कूलों की दशा में सुधार करने के लिए कोई भी ठोस कार्य नहीं किया है। इसकी जगह टीचर और संसाधनों की कमी से जूझ रहे पुराने स्कूलों को ही मॉडल संस्कृति विद्यालय का नाम देकर अच्छी और क्वालिटी शिक्षा दिलाने का भ्रमित प्रयास किया गया है। मंच का कहना है कि स्कूलों के गेट पर मॉडल संस्कृति विद्यालय का बोर्ड लगा देने से सरकारी स्कूलों की दशा में सुधार नहीं होगा।