Faridabad/Alive News: केंद्रीय राज्य मंत्री कृष्णपाल गुर्जर में अब नैतिकता नही बची और न सामाजिकता है। वह गटर में गिरकर मरे लोगों की लाशों पर राजनीति कर रहे हैं। यह कहना था एनआईटी विधायक नीरज शर्मा का। शुक्रवार को जारी एक प्रेस विज्ञप्ति में एनआईटी 86 के विधायक नीरज शर्मा ने आरोप लगाया कि इलाके की जनता को मूलभूत सुविधाएं उपलब्ध कराने के लिए जिन फाइलों को पास करने के लिए उन्होंने कफन का कपड़ा पहने हुए 54 दिन तक संघर्ष किया। आज 11 करोड़ रुपए के विकास कार्यों का नारियल फोड़ने के लिए केंद्रीय राज्य मंत्री कृष्णपाल ने बड़ी बेशर्मी दिखाई। उन्होंने कहा कि जब इस इलाके के लोग खुले सीवर मैन होल में गिर कर मर रहे थे तब कृष्णपाल कहां थे। दस साल में कृष्णपाल गुर्जर ने कभी एनआईटी 86 की जनता की सुध नहीं ली। उन्होंने कहा कि सांसद की बेशर्मी देखिए एमपी कोटे का 2.93 करोड़ रुपया वापस लौट गया लेकिन गुर्जर ने सीवर के ढक्कन तक बदलवाने का पैसा खर्च नहीं किया। विधायक शर्मा ने कहा कि बाल कल्याण पॉकेट में कामनी नाम की बेटी ने अपनी के दौरान गली में सीवर के गंदे पानी की गुहार लगा रही थी तब कृष्णपाल कहां थे? जब 11 साल का कुणाल सीवर में गिर कर मर गया तब कृष्णपाल कहां थे?
विधायक नीरज शर्मा ने गुर्जर पर निशाना साधते हुए कहा कि चुनाव सिर पर हैं तो केंद्रीय मंत्री को एनआईटी 86 की जनता की याद आ रही है लेकिन जब नगर निगम के 200 करोड़ के घोटाले हो रहे थे तब कृष्णपाल ने एनआईटी 86 की सुध नहीं ली। जब वार्ड 9 के प्रिंस स्कूल रोड पर एक व्यक्ति और आश्रम रोड पर दूसरा व्यक्ति अपनी जान से हाथ धो बैठा तब भी मंत्री का ध्यान एनआईटी 86 की दुर्दशा की ओर नहीं गया।
एनआईटी 86 की याद तब भी मंत्री को नहीं आई जब मुख्यमंत्री के साथ वे अटल चौक से सोनिया चौक तक आए और पंखों से सड़क पर भरे गंदे पानी को सुखाया गया। विधायक नीरज शर्मा ने आरोप लगाया कि एनआईटी 86 के साथ हमेशा सौतेला व्यवहार किया गया है।
नीरज शर्मा ने मंत्री को याद दिलाते हुए कहा कि इतनी गंदगी में कामिनी बिटिया की बारात कैसे आएगी। मंत्री का ध्यान कभी भी बाल कल्याण पॉकेट में रहने वाले लोगों की ओर नहीं गया जो पिछले 10 सालों से नर्क जैसी जिंदगी जीने को मजबूर है।
नीरज शर्मा ने आरोप लगाते हुए कहा कि आज मंत्री को एनआईटी 86 की जनता याद आई है जब विकास कार्यों के लिए नीरज शर्मा ने 15 करोड़ रुपए पास करा लिए जिसमें से 6 करोड़ के टेंडर भी जारी किए जा चुके हैं और विकास कार्य शुरू हो गए है, उन विकास कार्यों की वाह वाही लूटने के लिए मंत्री आज सबसे आगे खड़े नजर आ रहे हैं।