November 17, 2024

जानिए सर्दियों में जुकाम होने के कारण

सर्दियों के दिनों में सर्दी जुकाम की बीमारी होना लाजमी है। ये बीमारी जिसको हो जाए उसको परेशान कर देती है। कई बार ये एक से दूसरे और दूसरे से तीसरे में फैल जाती है। इस बीमारी का प्रकोप इतना ज्यादा है कि जिसको हो जाए वो दिन भर छींकता रहता है और परेशान हो जाता है। ये बीमारी वैसे तो गर्मियों में भी होती है, लेकिन सर्दियों में इनकी आशंका ज्यादा रहती है।

सर्दियों के मौसम में जैसे ही हवाएं चलने लगती हैं, इसका असर सीधा नाक में मौजूद इम्यून सिस्टम पर पड़ता है। हवा चलने से और तापमान गिरने से नाक के अंदर मौजूद इम्यून सिस्टम वाले सेल्स का 50 फीसदी हिस्सा कमजोर हो जाता है। इम्यून सिस्टम जब कमजोर हो जाता है तो ये बाहर के तापमान से लड़ नहीं पाता, ऐसे में सर्दी जुकाम होने की संभावनाएं बढ़ जाती है। ऐसे में सर्दी जुकाम वाले वायरस नाक के जरिए हमारे शरीर में प्रवेश करते हैं और इम्यून सिस्टम को कमजोर कर देते हैं। इस प्रोसेस का पता लगाने क लिए 4 लोगों पर रिसर्च की गई पहले इन लोगों का टेम्प्रेचर चेक किया गया उसके बाद इनके इम्यून सिस्टम का पता लगाया गया, तब उनका टेम्प्रेचर नार्मल था। इसके बाद इन्हें 4.4 सेल्सियस के तापमान में ले जाया गया, और ठंडी हवाओं के संपर्क में लाया गया। इसके बाद इनकी नाक का तापमान 9 डिग्री तक गिरा और वहां मौजूद सेल्स का 42 फीसदी हिस्सा खत्म हो गया और इस तरह इम्यून सिस्टम कमजोर हो गया।

रिसर्च के मुताबिक सर्दियों में जुकाम से बचने का सबसे बेहतर तरीका मास्का पहनना है। मास्क आपको जुकाम से सुरक्षा देता है और ठंड से बचना का कारगर तरीका है। अगर आपने मास्क पहना है, तो वायरस आपपर सीधा हमला नहीं कर सकते हैं। सर्दियों में डॉक्टर गर्म पानी पीने की सलाह देते हैं।