Faridabad/Alive News : त्यौहारों पर जब सभी अपनों के साथ खुशियां बांटने की तैयारियों में लग जाते है तो ऐसे समय में वाईएमसीए विश्वविद्यालय के विद्यार्थी कुछ अलग कर रहे है। ये विद्यार्थी निर्धन, अनाथ व जरूरतमंद लोगों के लिए मूलभूत वस्तुएं जुटाने तथा उन तक पहुंचाने के लिए अभियान चला रहे है। विश्वविद्यालय द्वारा चलाये गये ‘जॉय आफ गिविंग’ (दान उत्सव) सप्ताह के दौरान विद्यार्थियों ने लोगों के घर-घर जाकर काफी तादाद में ऐसी वस्तुएं जुटाई है, जिनमें घरेलू उपयोग का जरूरी सामान, पुराने एवं नये कपड़े, जूते, बर्तन, किताबे और रोजमर्रा का अन्य सामान शामिल हैं।
विश्वविद्यालय के लगभग 50 विद्यार्थियों का समूह स्वैच्छा से इस कार्य में लगा हुआ है। विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. दिनेश कुमार ने विद्यार्थियों द्वारा परोपकार की भावना से किये जा रहे इस कार्य को सराहा है। उन्होंने विद्यार्थियों का हौसला बढ़ाते हुए कहा कि विद्यार्थियों को उनके सामाजिक सरोकार के कार्यों के लिए विश्वविद्यालय प्रशासन द्वारा पूरा सहयोग दिया जायेगा। उन्होंने विद्यार्थियों द्वारा जुटाई गई वस्तुओं का निरीक्षण भी किया। यह अभियान विद्यार्थियों द्वारा संकायाध्यक्ष विद्यार्थी कल्याण की देखरेख में चलाया गया था।
कुलपति ने निर्धन एवं जरूरतमंदों की मदद के लिए विद्यार्थियों द्वारा किये गये प्रयासों की सराहना की तथा संकायाध्यक्ष विद्यार्थी कल्याण प्रो.एस.के.अग्रवाल से कहा कि वे सुनिश्चित करें कि विद्यार्थियों द्वारा जुटाई गई वस्तुएं उन लोगों तक पहुंचे, जिन्हें इनकी सबसे ज्यादा जरूरत है। उन्होंने विद्यार्थियों से आह्वान किया कि वे पढ़ाई के साथ-साथ सामाजिक सरोकार की गतिविधियों से भी जुड़े रहे। कार्यक्रम की संयोजक डॉ सोनिया बंसल ने बताया कि विश्वविद्यालय द्वारा पिछले पांच वर्षों से विश्वविद्यालय में ‘जॉय आफ गिविंग’ का आयोजन किया जा रहा है, जिसे विश्वविद्यालय ने सामाजिक उत्तरदायित्व के रूप में लिया है।
इस उत्सव का उद्देश्य विद्यार्थियों में परोपकार एवं सामाजिक सरोकार की भावना पैदा करना है। उन्होंने बताया कि विद्यार्थियों ने ‘जॉय आफ गिविंग’ के दौरान काफी बढ़-चढक़र हिस्सा लिया है। विद्यार्थियों ने अलग-अलग सेक्टरों में डोर-टू-डोर गतिविधियां चलाई तथा बाजारों में कई संग्रह केन्द्र स्थापित किये। उन्होंने बताया कि विद्यार्थियों द्वारा इक_ा किया गया कुछ सामान बघोला, पलवल के ‘आंचल छाया’ अनाथालय में भेजा गया है। कुछ सामान को नेपाल के भूकंप पीडि़तों को नेपाल श्रीजनशील चिल्ड्रन प्रोटेक्शन सेंटर के माध्यम से पहुंचाया जायेगा। इसके अलावा, शहर की बस्तियों, विभिन्न अनाथालयों व वद्धाश्रमों को भी जरूरत के अनुसार सामान भेजा जा रहा है।