Faridabad/Alive News: जे.सी. बोस विश्वविद्यालय ने विश्व पर्यावरण दिवस पर “हरियाली पर्व 3.0” का शुभारंभ किया गया। “हरियाली पर्व” – वृक्षारोपण अभियान विश्वविद्यालय की हरित पहल को समर्पित एक वार्षिक कार्यक्रम है। इस सार्थक अभियान में विभिन्न क्षेत्रों के प्रतिष्ठित व्यक्तियों को अभियान में भाग लेने के लिए आमंत्रित किया जाता है।
कुलपति प्रो. सुशील कुमार तोमर ने शहरीकरण और औद्योगीकरण के कारण वनों की कटाई और प्रदूषण के भयानक परिणामों पर चिंता व्यक्त की। उन्होंने कहा कि नई पीढ़ी को संस्कृति के रूप में पर्यावरण के अनुकूल जीवन शैली विकसित करनी चाहिए। उन्होंने इस बात पर बल दिया कि दुनिया ग्लोबल वार्मिंग और पर्यावरण संबंधी समस्याओं का सामना कर रही है, ऐसी समस्याओं से उबरने के लिए आज पेड़ लगाना जरूरी है। हरियाली पर्व अभियान दो साल पहले शुरू किया गया था और अभियान मकसद पौधे लगाना नहीं बल्कि प्रकृति एवं पर्यावरण के प्रति जागरूक करना भी है। इसीलिए समय-समय पर पौधों की देखभाल के लिए भी प्रयास किए जा रहे हैं।
विश्व पर्यावरण दिवस के अवसर पर अभियान का शुभारंभ मुख्य अतिथि गुरुग्राम विश्वविद्यालय, गुरुग्राम के कुलपति प्रो. दिनेश कुमार द्वारा जे.सी. बोस विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. एस.के. तोमर की उपस्थिति में विश्वविद्यालय परिसर में पौधे लगाकर किया गया। कार्यक्रम में सामाजिक कार्यकर्ता गंगा शंकर मिश्रा, जे.पी सिंह, जे.पी. मल्होत्रा, नीतू गुप्ता, सोनिया बंसल, डॉ. रेणुका गुप्ता, डॉ. प्रीति सेठी, डॉ. साक्षी और डॉ. रूपाली उपस्थित रहे। कार्यक्रम वसुंधरा इको क्लब और पर्यावरण विज्ञान विभाग द्वारा इंस्टीट्यूशन ऑफ इंजीनियर्स (इंडिया) फरीदाबाद लोकल सेंटर के सहयोग से आयोजित किया गया।
इस अवसर पर बोलते हुए मुख्य अतिथि प्रो. दिनेश कुमार ने अपने संबोधन में पर्यावरणीय चुनौतियों से निपटने की तात्कालिकता और स्थायी समाधान की आवश्यकता पर बल दिया। उन्होंने भारत के सोलर मैन डॉ. चेतन सिंह सोलंकी का उदाहरण दिया, जिन्होंने जीवनशैली में बदलाव के साथ सौर ऊर्जा का उपयोग करने और प्रत्यक्ष विद्युत ऊर्जा के उपयोग को कम करने की उल्लेखनीय पहल की। उन्होंने इस तरह के आयोजनों और छात्रों को पर्यावरण के महत्व और संरक्षण के बारे में जागरूक करने के लिए वसुंधरा इको-क्लब की सराहना की।