November 17, 2024

साक्षात्कार : UPSC की परीक्षा में पूरे देश में सौम्या ने कैसे प्राप्त की 492वीं रैंक, पढ़िए

Faridabad/Alive News : गांव भुआपुर के एक आईएएस ऑफिसर से प्रेरित होकर बल्लबगढ़ की सौम्या आनंद ने यूपीएससी की परीक्षा में पूरे देश में 492वीं रैक प्राप्त कर अपना और अपने परिवार का नाम पूरे देश में रोशन किया है। शनिवार सुबह से सौम्या आनंद के घर बधाई देने वालों का तांता लगा हुआ है। सभी सौम्या का मुंह मीठा कराकर उन्हें उनकी सफलता के लिए बधाई दे रहे है।

सौम्या मूलरूप से गांव भुआपुर की रहने वाली है और बल्लबगढ़ के सेक्टर 2 में रहती है। सौम्या के पिता राजेंद्र सिंह बचपन से ही सौम्या को गांव भुआपुर के एक आईएएस ऑफिसर तथा आईएएस ऑफिसर के कर्तव्यों तथा अधिकारों के बारे में बताते थे। जिससे प्रेरित होकर सौम्या ने यूपीएससी की परीक्षा देने का निर्णय लिया और पहले ही बार में पूरे देश में 492वीं रैक प्राप्त की। सौम्या ने बताया कि उन्होने यह मुकाम सेल्फ स्टडी तथा पिछले वर्षों के प्रश्न पत्रों को हल कर यह मुकाम प्राप्त किया है। वह दिन में 6- 7 घंटे पढ़ती थी वही जब परीक्षा नजदीक थी, तब सौम्या ने अपने पढाई करने का समय बढाकर 10 से 12 घंटे कर दिया। सौम्या ने बल्लबगढ़ के टैगोर एकेड़मी से अपनी स्कूली शिक्षा ली और उसके बाद दिल्ली टेक्नोलॉजिकल यूनिवर्सिटी से 2019 में इंजीनियरिग में अपना ग्रेजुशन पूरा किया। ग्रेजुशन के बाद ही यूपीएससी की तैयारी शुरु कर दी। सौम्या ने बताया कि उन्होने ऑप्शनल सब्जेक्ट के रुप में समाजशास्त्र विषय को चुना।

हमेशा से रही है पढ़ाई में अव्वल
सौम्या आनंद बचपन से ही पढ़ाई में अव्वल रही है। सौम्या ने दसवीं कक्षा में 10 सीजीपीए, बारहवीं में विज्ञान संकाय में 92.4 प्रतिशत अंक प्राप्त किए तथा इंजीनियरिंग की पढ़ाई में भी अच्छे अंक प्राप्त किए है।

परिवार ने किया पूरा सहयोग
सौम्या ने बताया कि उनकी कामयाबी में उनके माता- पिता का पूरा सहयोग रहा है। वह सुबह 11 बजे से ही पढ़ाई में लग जाती थी और पूरा दिन पढ़ाई करती थी। इस दौरान उन्हें कोई परेशान नही करता था वही सौम्या एक शिक्षित परिवार से आती है। सौम्या के पिता भुआपुर के आंनद पब्लिक स्कूल के मुख्यध्यापक है। दोनों चाचा सुंदर सिंह और नरेंद्र कुमार कस्टम ऑफिसर है।

क्या कहना है सौम्या के माता पिता का
बिटिया ने अपनी मेहनत से यह मुकाम हासिल किया है। मां होने के नाते मैनें पूरा सहयोग किया है, बहुत खुशी हो रही है।

  • सुनीता, सौम्या आनंद की माता।

सौम्या ने पूरे बल्लबगढ़ का नाम पूरे देश में रोशन किया है। सुबह से ही बधाई देने वालों का तांता लगा हुआ है। पूरा दिन पढ़ाई करती थी, सब उसकी मेहनत का परिणाम है।

  • राजेंद्र सिंह, सौम्या आनंद के पिता।