Faridabad/Alive News: पुलिस आयुक्त ने सेंट्रल जॉन के पुलिस अधिकारियो के साथ बैठक की। इसमें डीसीपी सेंट्रल पूजा वशिष्ठ सहित सेंट्रल जोन के सभी एसीपी, सभी थाना प्रबंधक, सभी चौकी प्रभारी, क्राइम ब्रांच व कार्यालय के सभी ब्राचं इंचार्ज और संबंधित अधिकारी व कर्मचारी मौजूद रहे। मीटिंग के दौरान अनेक विषयों तथा आपराधिक आंकड़ों की तुलनात्मक समीक्षा करते हुए पुलिस के उच्च अधिकारियों द्वारा विस्तृत विचार विमर्श किया गया।
पुलिस आयुक्त ने सबसे पहले सेंट्रल जॉन के सभी थाना चौकियो की भौगोलिक परिस्थितियों के संबंध में विस्तृत जानकारी प्राप्त की और महिला सुरक्षा के संबंध में निर्देश देते हुए कहा कि फरीदाबाद में महिलाओं की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए पुलिस प्रबंध सुनिश्चित किए जाने चाहिए। पुलिस आयुक्त ने सभी थाना प्रबंधक, चौकी प्रभारी से उनके क्षेत्र में होने वाले अपराध व अपराधों के प्रकार तथा उनपर अंकुश लगाने के लिए की जाने वाली कार्यवाही के बारे में विस्तृत जानकारी ली।
जिनमें आपराधिक आंकड़ों के साथ-साथ स्थानीय एवं विशेष प्रावधानों के तहत आपराधिक गतिविधियों की रोकथाम करना, लंबित शिकायतों का जल्द से जल्द निपटारा, उदघोषित अपराधी, बेल जंपर, मोस्ट वांटेड तथा आपराधिक गिरोह में शामिल दोषियों की धरपकड़ के लिए की गई कार्यवाही, मादक पदार्थों की तस्करी में लिप्त दोषियों की संपत्ति को अटैच करने की कार्रवाई, दर्ज आपराधिक मामलों की जांच पड़ताल की कार्यवाही, चिन्हित अपराधों की रोकथाम के लिए निगरानी, मादक एवं नशीले पदार्थों, जुआ सट्टा, अवैध शराब की तस्करी तथा अवैध असला को पकड़ने के लिए चलाए गए।
विशेष अभियान के दौरान की गई कार्यवाही की समीक्षा, क्षेत्र में शांति एवं कानून व्यवस्था के हालात की समीक्षा, अपराध की दृष्टि से संवेदनशील एरिया में पुलिस की मौजूदगी एवं निगरानी इत्यादि विषयों पर विस्तार पूर्वक चर्चा की गई। पुलिस कमिश्नर ने कहा कि अनुसंधान के दौरान मामलें की हर पहलू से जांच करे। उन्होंने कहा कि संगीन किस्म के अपराधों से जुड़ी शिकायतों की गहनता से जांच करके त्वरित कार्रवाई की जाए। इसके अलावा नशा तस्करी पर अंकुश लगाने के लिए कड़ी कार्रवाई अमल में लाई जाए।
उन्होंने जिला के मोस्टवांटेड इनामी अपराधियों को पकड़ने के लिए गम्भीरता से कार्यवाही करने के निर्देश दिए। उन्होंने आर्म्स एक्ट , एनडीपीएस एक्ट व जघन्य किस्म के मामलों की गहनता से जांच करने व केस की तह तक जाने व सोर्स का पता लगाने के निर्देश दिए ताकि अपराधियों के नेटवर्क का पता चल सके व प्रभावी कार्रवाई कर अपराध की पुनरावृति को रोका जा सके।
उन्होंने कहा कि प्रत्येक जोन में फीडबैक सेल बनाए गए हैं जिनके माध्यम से पीड़ितों से उनकी शिकायत का फीडबैक लिया जाता है जिससे पुलिस सेवाओं के बारे में आमजन से जानकारी प्राप्त होती है और उसके आधार पर पुलिस सेवाओं में सुधार किया जा सकता है। इसके लिए पुलिस अधिकारी जनता के फीडबैक के आधार पर पुलिस सेवा में सुधार करना सुनिश्चित करें तथा पीड़ित की शिकायत को गंभीरता से सुनकर उन्हें न्याय दिलाने का प्रयास करें।